समाचार गढ़, 24 अगस्त 2024, श्रीडूंगरगढ़। सेवा केंद्र मालू भवन में विजय राज बोथरा 8 की तपस्या लेकर सेवा केंद्र व्यवस्थापिका साध्वी शासनश्री कुंथुश्री जी के सन्निध्य में उपस्थित हुऐ। यहां तपस्वी विजय राज बोथरा का साध्वी ललित रेखाजी ने अपने वक्तव्य भाव से साध्वी वृंद सुमंगला, जीतयशा, सम्यक्त्व प्रभा, ललिता द्वारा गीतिका एवं कुंथुश्री द्वारा मंगल उद्बोधन से अभिनंदन किया गया।
साध्वीश्री ने अपने मंगल उद्बोधन में बताया कि तप के बिना आत्मा उज्ज्वल नहीं होती है संसार में सबसे दुर्लभ है मनुष्य जीवन और तप मोक्ष का वह मार्ग है जिसे सभी मनुष्य कर सकते हैं। तपस्वी विजय राज को आठ का प्रत्याखान करवाने के बाद मंगल पाठ कार्यक्रम का समापन किया।
पारिवारिक जनों में संपत देवी मालू, महेंद्र मालू, हेमलता बरडिया, सुमन देवी बाफना, अपेक्षा बाफना, मंजू देवी बेगवानी, सुमित बरडिया, किरण देवी गीया आदि ने तपस्वी का गीतिका और वक्तव्य भावों के माध्यम से तप की अनुमोदना की।
श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा के सहमंत्री प्रथम दीपक जी सेठिया, तेयुप से सहमंत्री प्रथम मनीष पटावरी, महिला मंडल से मंत्री संगीता बोथरा ने वक्तव्य देते हुए तपस्वी का तप अभिनंदन किया और सभी संस्थाओं द्वारा सम्मानित किया।
तप अभिनंदन के कार्यक्रम में सभा से उपाध्यक्ष दीपमाला डागा, सहमंत्री प्रथम दीपक सेठिया, कार्यकारिणी सदस्य जीतेश मालू, अशोक बैद, महेंद्र मालू, अंबिका डागा, संजय बरडिया,महिला मंडल से अध्यक्ष सुनीता डागा, मंत्री संगीता बोथरा, संगठन मंत्री मंजू झाबक, तेरापंथ युवक परिषद से मंत्री अमित बोथरा, सहमंत्री प्रथम मनीष पटावरी, सौरभ दुगड़ और परिवार जन, श्रावक श्रविका समाज उपस्थित रहे। कार्यक्रम का कुशल संचालन साध्वी श्री जीतयशा ने किया।