समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। एक नया उत्तर भारत में सक्रिय हुए वेस्टर्न डिर्स्टबेंस के कारण पिछले दो दिनों से मौसम पूरी तरह बदला हुआ नजर आ रहा है। अचानक मौसम में परिवर्तन आने से किसानों की धड़कन बढ़ गई है। क्योंकि इस समय खेतो में फसलों की कटाई का काम चल रहा है ऐसे में बरसात होने से किसानों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।जयपुर मौसम विभाग द्वारा आठ एवं नौ नवंबर को सात जिलों में हल्की बरसात के साथ बूंदाबांदी की संभावना व्यक्त की है। बारिश की आशंका को देखते हुए किसानों द्वारा खेत खलिहानो का काम युद्ध स्तर पर निपटाने का किया जा रहा है।किसानों ने बताया कि इस वक्त खेतो में मूंगफली के कटाई के साथ साथ मूंगफली के चुगाई का काम चल रहा है ऐसे में अगर बरसात होती है तो खेत खलिहानो का काम पूरी तरह प्रभावित हो सकता है साथ ही जमीन के अंदर पड़े मूंगफली के दाने खराब होने की आशंका भी किसानों ने जताई है। सातलेरा गांव के किसान मालाराम, नंदलाल, मोटाराम, योगेश कुमार आदि ने बताया कि अधिकतर किसानों ने मूंगफली निकाल ली है लेकिन चुगाई का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है।वहीं बारानी खेती का काम भी अभी बाकी पड़ा है ऐसे में बरसात खेत खलिहानों के काम में खलल डाल सकती है।
इन जिलों में बरसात की आशंका – मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के अनुमानित आठ एवं नौ नवंबर को राजस्थान के बीकानेर संभाग में बीकानेर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, चूरू , सीकर, झुंझुनू, अलवर आदि जिलों में हल्की बरसात या फिर बूंदाबांदी हो सकती है इसके साथ ही पंजाब हरियाणा तथा दिल्ली एरिया में बरसात होने की आशंका जताई गई है।
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