योग समिति ने बेरोजगार योग शिक्षकों के रोजगार के लिए प्रधानमंत्री व आयुष मंत्री सहित चार विभागों में भेजे ज्ञापन : प्रदेश संरक्षक कालवा
समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। देश प्रदेश के बेरोजगार योग शिक्षकों के रोजगार हेतू लंबे समय से प्रयास कर रही राजस्थान योग शिक्षक संघर्ष समिति के प्रदेश संरक्षक राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त योगाचार्य ओम प्रकाश कालवा ने बुधवार सुबह तुलसी सेवा संस्थान के महाप्रज्ञ प्रेक्षा ध्यान सभागार भवन से कस्बे के गणमान्य योग प्रेमी कुंभाराम घिंटाला, रामलाल भांभू, खीयाराम सोनी, हरलाल भांभू, पटवारी हरिराम सारण, हरि प्रसाद भादू, श्याम सुन्दर मूंधड़ा, प्यारेलाल सोनी, बॉस देवराज गुरनानी, नारायणचन्द डागा, अन्नी देवी चौधरी, मंजु देवी चौधरी, विनीता मारू, ऐडवोकेट गौरजा सुथार, गुड़िया नैन, महादेव सोनी, अनीता पालीवाल, मुलचंद पालीवाल, गिरदावर चैनाराम चौहान, नरेन्द्र सिंह राजपुरोहित, राकेश कुमार पडिहार व संस्था के अध्यक्ष भीखमचन्द पुगलिया प्रशासक सूर्य प्रकाश गांधी मंत्री धर्मचंद धाडेवा योगमाता कंचन लता भनोट आदि ने प्रदेश मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, आयुष मंत्रालय भारत सरकार के आयुष सचिव वैध राजेश कोटेचा को देश प्रदेश के बेरोजगार योगी भाई बहनों के रोजगार हेतू मुख्य मांगो को लेकर भेजे ज्ञापन। जिसमें प्रदेश में योग बोर्ड का गठन। आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत AHWC पर कार्यरत महिला व पुरूष योग प्रशिक्षकों को समान कार्य एवं समान वेतन के साथ स्थाई नियुक्ति की जाये। चिकित्सा विभाग में आयुष्मान आरोग्य मंदिर ( HWC ) पर योग सत्र 10 दिवस से बढ़ाकर पूरे माह नियमित किया जाये एवं योग प्रशिक्षकों को पार्ट टाईम की जगह स्थाई नियुक्ति की जाये । नई शिक्षा नीति में योग विषय को अनिवार्य विषय ( स्वतंत्र विषय ) के रूप में पाठ्यक्रम में शामिल किया जाये एवं योग शिक्षकों की भर्ती प्रत्येक विद्यालय स्तर तक की जाये । पुलिस विभाग, जेल, प्रशासनिक एवं अन्य सभी विभागों में योग प्रशिक्षक लगाये जायें। योग समिति के प्रदेश अध्यक्ष योगाचार्य रामावतार यादव, कार्यकारी अध्यक्ष योगगुरू राकेश कुमार तूनवाल, महासचिव डॉ मनोज कुमार सैनी ने जानकारी देते हुए बताया आरोग्य के क्षेत्र में प्राचीन काल से ही सुखी व निरोगी जीवन जीने के लिए भारतीय योग चिकित्सा पद्धति जो आज देश दुनियां में रामबाण साबित हो रही है। अंतराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलने के बावजूद भी जो मान सम्मान मिलना चाहिए था वो नहीं मिला आज लाखों योगी भाई बहन डिग्री डिप्लोमा कोर्स प्राप्त कर बेरोजगार बैठे हैं। समिति के प्रदेश संरक्षक ओम कालवा ने कहा देश दुनियां में जब बात स्वास्थ्य की होती है तो बड़े जोरों शोरों से योग और आयुर्वेद का नाम लिया जाता है और रोजगार की दृष्टि से सरकारों की ओर से लागू स्वास्थ्य योजनाएं धरातल पर जीरो साबित हो रही है। योग समिति के हजारों कार्यकर्ताओं ने साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा सब्र का बांध टूट चुका है जल्द ही योग के क्षेत्र में रोजगार नहीं दिए गए तो महा आन्दोलन शुरू किया जायेगा।