समाचार-गढ़ श्रीडूंगरगढ़:- देश ने विकास को गति देने के लिए हर स्टेट और जिलों में शहरों का एक मास्टर प्लान तैयार किया जाता है. उसी मास्टर प्लान के तहत कार्य किये जाते हैं, लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है कि टूरिजम के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है. यह मास्टर प्लान विश्व प्रसिद्ध झीलों की नगरी उदयपुर में बन रहा हैं. इसकी तैयारी शुरू भी हो गई है. एक कंपनी को मास्टर प्लान का खाका बनाने के लिए भी कह दिया गया है. इस मास्टर प्लान को अगर मुर्त रूप मिल जाता है तो पर्यटन स्थलों सहित पूरे शहर की काया बदल जाएगी. देश में उदयपुर पहला शहर है जहां ये पहल शुरू की गई है.
क्यों है मास्टर प्लान की जरूरत
पर्यटन स्थलों को भी समय-समय से विकसित किया जाता है, लेकिन फिर भी इसकी दशा नहीं सुधार पाती. इसलिए इसे आगे बढ़ने के लिए एक मास्टर प्लान की जरूरत पड़ी है. उदयपुर शहर के पर्यटन स्थलों की बात करें, तो यहां प्रसाशन द्वारा काम तो कराए जा रहे हैं, लेकिन वो काम बस गिने-चुने मुख्य पर्यटन स्थलों पर कराए जा रहे हैं. मास्टर प्लान में ऐसी जगह भी सामने आएगी और उनका विकास होगा जो पर्यटकों ने कभी देखी नहीं हैं. उदयपुर में कलेक्टर ताराचंद मीणा द्वारा ली गई पिछली दो बैठकों में मास्टर प्लान की शुरुआत की जा चुकी है.
मास्टर प्लान में होंगे ये कार्य
पहली बार बनने जा रहा पर्यटन मास्टर प्लान आखिर है क्या? इस विषय पर जब पर्यटन विभाग के अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि हम इसमें लोगों से बात करेंगे और उनको शहर की पहचान के लिए घरों को सफेद करने के लिए निवेदन करेंगे. साथ ही उदयपुर में नाईट टूरिजम नहीं है. इसके लिए कुछ जगह तय करेंगे. जहां पर्यटक नाईट टूरिजम का भी लुफ्त उठा सकें. विदेशों में पब्लिक ट्रासपोर्ट ज्यादा है. यहां भी हम ऐसा ही करेंगे. जिससे पर्यटक अपने वाहन को एक जगह पार्क कर पब्लिक ट्रांसपोर्ट का लुफ्त उठा सके. इसके अलावा कल्चरल, हेरिटेज संरक्षण, धार्मिक टूरिजम और रूट कनेक्टिविटी तैयार करेंगे. यहीं नहीं ऐसे छुपे ही पर्यटन स्थलों का विकास करेंगे जो किसी ने नहीं देखे. इन सभी का एक प्रपोजल बन गया है और अब इसका खाका तैयार हो रहा है.
टूरिजम मास्टर प्लान की तैयारी शुरू
पर्यटन विभाग की उपनिदेशक शिखा सक्सेना