
300 करोड़ के जमीन घोटाले का पर्दाफाश, कलेक्टर नम्रता वृष्णि की दूसरी बड़ी कार्रवाई
समाचार गढ़ 3 जुलाई 2025। ज़मीनों के फर्जीवाड़े को लेकर ज़िला कलेक्टर नम्रता वृष्णि के कार्यकाल में एक और बड़ी कार्रवाई हुई है। पहले ग्रामीण क्षेत्रों में कार्रवाई के बाद अब शहर में 300 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के प्लॉट्स के फर्जी पट्टे पकड़े गए हैं।
दरअसल, मामला 55 साल पुराने पट्टों से जुड़ा है, जिनकी एंट्री हाल ही में तैयार किए गए रजिस्टर में मिली है। हैरानी की बात यह रही कि जिन रजिस्टरों में ये पट्टे दर्ज होने चाहिए थे, वे तो वर्षों पुराने और जर्जर हैं, लेकिन जिनमें दर्ज मिले, उनकी स्याही और पन्ने बिल्कुल नए हैं।
यहां तक कि दस्तावेज़ों पर पुराने हस्ताक्षरों के ऊपर नए हस्ताक्षर किए गए हैं। बीडीए के रिकॉर्ड से इनकी मिसल भी मेल नहीं खा रही।
एफआईआर दर्ज, फोरेंसिक जांच की सिफारिश
बीडीए को अप्रैल में इस घोटाले की भनक लगी। कलेक्टर ने तुरंत जांच कमेटी गठित की, जिसमें बीडीए सचिव कुलराज मीणा सहित कई अधिकारी शामिल थे। कमेटी ने 30 जून को रिपोर्ट सौंपते हुए स्पष्ट कहा कि ये पट्टे पूरी तरह फर्जी हैं और रजिस्टर की फोरेंसिक जांच ज़रूरी है।
कैसे खुला फर्जीवाड़ा?
शहर में एक अतिक्रमण हटाते समय बीडीए टीम के सामने एक व्यक्ति ने सिटी इंप्रूवमेंट कमेटी (CEC) के नाम का पुराना पट्टा पेश किया। छानबीन में सामने आया कि ये नाम एक फर्जी रजिस्टर में दर्ज था। जांच बढ़ी तो पता चला कि पूरा रजिस्टर ही नकली तरीके से तैयार किया गया है।
कमेटी की रिपोर्ट और सिफारिश के आधार पर बीडीए ने अब एफआईआर दर्ज करवा दी है।