
समाचार गढ़, 30 अक्टूबर, श्रीडूंगरगढ़। एक तरफ जहां दीपावली को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है वहीं राजस्थान के 5हजार युवा क्षुब्ध होकर काली दीपावली मनाएंगे। युवा मित्र गोपाल मेघवाल ने बताया कि यह निर्णय सरकार की अचानक युवा भावनाओं के विरूद्ध वाले निर्णय के खिलाफ किया गया है। सरकार के तुगलकी फरमान से हजारों युवा रोजगार से वंचित हो गए।
युवा मित्र संगठन के बलवीर सिंह में कहा कि पिछले 72 दिनों से सरकार से लगातार वार्ता और विरोध प्रदर्शन के बावजूद उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया। युवाओं ने पूर्ववर्ती सरकार के शिक्षा मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला के आवास पर भी 11 दिन का धरना दिया और 9 दिन तक अनशन किया। लेकिन सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, जिससे युवाओं में गहरा आक्रोश है।
नरेश देराजसर ने बताया कि नौकरी जाने के कारण दो युवा मानसिक दबाव में आकर अपनी जान गंवा चुके हैं। यह बताते हुए संगठन ने सरकार से अपील की कि युवाओं के भविष्य को लेकर ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि ऐसी त्रासदियों की पुनरावृत्ति न हो।
युवा मित्र संगठन के बैनर तले हरिराम गोदारा, सुमन सिद्ध, आरती शर्मा, दयानंद बाना, प्रेमकुमार बिश्नोई ने एकस्वर में सरकार के फैसले के खिलाफ रोष जाहिर करते हुए कहा कि इस बार उनके 5000 परिवार दीपावली पर अपने घरों में दीये नहीं जलाएंगे और काली दीपावली मनाएंगे। और जब तक सरकार उन्हें स्थायी रोजगार की गारंटी नहीं देती, तब तक वे दीपावली को उत्सव के रूप में नहीं मनाएंगे। और आगामी त्योहारों पर भी विरोध जारी रहेगा।