
समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति में प्रधान सावित्री देवी गोदारा की अध्यक्षता में पानी व बिजली सम्बंधित बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में गांवों में पानी व बिजली सम्बंधित समस्या समाधान के लिए दोनांे विभाग के सभी अधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान सभी सरपंचों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्या से अधिकारियों को अवगत करवाया।
इस मौके पर रीड़ी, बिग्गागास रामसरा, बंरजागसर, राजेडु, धनेरू, बिग्गा, मोमासर, सोनियासर मीठिया, धीरदेसर, सत्तासर, सोनीयासर, शिवदानसिंह, कल्याणसर पूराना, इंपालसर गुसाईंसर, पूनरासर, ऊपनी, शेरूणा, उदरासर, जाखासर, मिंगसरिया, बिझांसर, गूसाईसर बड़ा, बाना, सूरजनसर, जेतासर, पूंदलसर, बाडेला, बापेऊ, जैसलसर, कोटासर, जालबसर, डेलवा, लखासर, बेनीसर व कल्यासर पूराना के संरपच उपस्थित रहे।
लगभग सरपंचों ने ट्यूबवैल चालू करने व नये बने हूए टयुबेल के कनेक्शन, ढिले तारों को ठीक करने, पूराने पोल बदलने, जीएसएस में ओसीपी बदलने, वोल्टेज की समस्या व ट्यूबवैल 24 घंटे फिडर में जोड़ने की संबंधित मांग की। इस दौरान कुछ पंचायतों के मौके पर ही काम हुएजिसमें सूरजनसर मंे पूराने तार पोल बदलने व एक ट्यूबवैल की स्वीकृति हुई। उदरासर मे डीपी शिफ्टिंग करना, जेतासर में ट्यूबवैल का कनेक्शन करना, ऊपनी 132 जीएसएस में नया ट्रांसफर, शेरूणा में 3.15 की जगह 5 केवी एमवी ट्रांसफर स्वीकृत किया। जाखासर व राजपूरा में 132 केवी जीएसएस जल्दी बनाना व रेलवे का बीदसर रोड पर ओवर ब्रिज बनाना, सभी ट्यूबवेलों का कनेक्शन कराना जैसी मांग भी इस दौरान सरपंचों द्वारा की गई।
इन मांगों पर सम्बोधित करते हूए प्रधान प्रतिनिधि केसराराम गोदारा ने सरपंचों को कहा कि पानी व बिजली की समस्या के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश करंे कि गांव वालांे को कम से कम पानी और बिजली तो मिले बाकी विकास के कार्यो से पहले यह काम करें। बिजली-पानी जैसी जरूरतों के लिए हम हर समय आपके साथ है और दोनों विभागों के अधिकारियों से कहा कि जनहित के काम मंे कमी नहीं आने दे। वहीं गोदारा ने कहा कि सभी संरपचो का फोन उठाये, पानी की सुचारू व्यवस्था हो। किसी कारण से जितने टयुबेल बंद पड़े है उन्हें जल्द से जल्द चालू किया जाए। पंचायत से चल रहे ट्यूबवैल के कनेक्शन नहीं काटने की बात कही। गोदारा ने कहा कि गांवों में पानी-बिजली की समस्या समाधान के लिए विभाग के मंत्री से मिलकर सभी काम करवाने के प्रयास किए जायेगें। ओवर ब्रिज की मांग को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाएंगे।

