श्रीडूंगरगढ़ में अणुव्रत सप्ताह के छठे दिन “अनुशासन दिवस” मनाया गया
श्रीडूंगरगढ़, 6 अक्टूबर 2025।
अणुव्रत समिति श्रीडूंगरगढ़ द्वारा चल रहे अणुव्रत सप्ताह के छठे दिन “अनुशासन दिवस” का आयोजन सोमवार को बड़े ही अनुशासित व प्रेरणादायक माहौल में किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत साध्वी संगीतश्रीजी ने नवकार महामंत्र के उच्चारण से की। इसके बाद उपस्थित जनों को एक घंटे का त्याग करवाया गया। अणुव्रत समिति की टीम ने मंगलाचरण गीत प्रस्तुत कर वातावरण को मंगलमय बना दिया।
कार्यक्रम के मुख्य प्रवचन में साध्वी डॉ. परमप्रभाजी ने बच्चों को कहानी के माध्यम से अनुशासन के महत्व को समझाया। वहीं साध्वी संगीतश्रीजी ने कहा कि आचार्य श्री भिक्षु से लेकर वर्तमान आचार्य श्री महाश्रमण तक ने अनुशासन का संदेश जन-जन तक पहुंचाया है। उन्होंने प्रेरणा दी कि “कोई भी व्यक्ति अनुशासन को आत्मसात करके ही जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है।”
दोनों साध्वियों ने अपने प्रवचन में कहा — “अनुशासन ही जीवन की शोभा है, जो व्यक्ति अनुशासित रहता है वही सच्चे अर्थों में सफल होता है।”
कार्यक्रम के प्रभारी तुलसीराम चौरडिया रहे। प्रमुख वक्ताओं में विजयराज सेठिया (तेरापंथ सभा), चमन श्रीमाल (तेयुप), और विजयराज सेवग (महाराणा प्रताप स्कूल) ने अनुशासन के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रखे।
इस अवसर पर संस्कार इनोवेटिव पब्लिक स्कूल एवं ब्राइट फ्यूचर स्कूल के अनेक विद्यार्थी उपस्थित रहे जिन्होंने अनुशासन को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का संचालन समिति अध्यक्ष सुमति पारख, प्रभारी तुलसीराम चौरडिया व सह प्रभारी के. एल. जैन के नेतृत्व में हुआ।
अंत में अणुव्रत समिति के उपाध्यक्ष सत्यनारायण स्वामी ने उपस्थित विद्यार्थियों, शिक्षकों, पत्रकारों, संघीय संस्थाओं एवं समाजजनों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में विमल कुमार नाई, लाल सिंह कंपाउंडर, छगन प्रजापत, कांति प्रसाद दर्जी, मनीष लोहिया, मीनाक्षी, गोविंदराम सिंघी, चौथमल कोठारी, त्रिलोकचंद हीरावत, महेंद्र मालू, शुभकरण पारीक, संजय पारीक, विशाल स्वामी, विमल भाटी, मुकेश स्वामी, अशोक झाबक, अशोक बैद सहित अनेक समाजजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का कुशल संचालन चमन श्रीमाल ने किया।












