समाचारगढ़ 7 सितम्बर 2024 महातपस्वी आचार्य महाश्रमण जी की विदुषी शिष्या साध्वी संघ प्रभा जी के सानिध्य में पर्वाधिराज पर्यूषण का छठा दिन मोमासर में ध्यान दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर 9 दिन की तपस्या करने वाली आरती संचेती का अभिनंदन भी किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ महिला मंडल की गीतिका “नगरी में तप रो शंख बजायो है” के मधुर स्वरों से हुआ। साध्वी संघ प्रभा जी ने अपने ओजस्वी उद्बोधन में कहा कि ध्यान से व्यक्ति बाहरी चंचलता से मुक्त होकर अंतर्मुखी बनता है, जिससे आंतरिक शक्तियों का विकास और अतींद्रिय चेतना का जागरण होता है।
साध्वी विधि प्रभा जी ने आचार्य तुलसी द्वारा रचित “आत्म साक्षात्कार” गीतिका को सुमधुर स्वरों में प्रस्तुत किया। तपस्विनी आरती संचेती की तप अनुमोदना में जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा संस्थान मोमासर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक पटावरी, अणुव्रत समिति की अध्यक्षा सुमन बाफना, और अन्य वक्ताओं ने तप की वर्धापना की।
साध्वी श्री ने आगामी भगवती संवत्सरी के लिए ज्यादा उपवास और पोषध करने की प्रेरणा दी।