सामाचार गढ़, 18 मई, श्रीडूंगरगढ। यह हैरान कर देने वाली खबर यूरोप से सामने आई है, मल्डोवा में पुलिस ने चार दिन से कब्र में दबे वृद्ध को जिंदा निकाला है. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले का खुलासा तब हुआ, जब क्षेत्र में पुलिस एक 74 साल की महिला की मौत के मामले में जांच कर रही थी. छानबीन के दौरान पुलिस को किसी के चीखने की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद पुलिस ने संदेह होने पर आवाज आने वाली जगह की खुदाई कराई. कब्र से जिंदा वृद्ध के निकलने के बाद जो देखा वह देखता ही रह गया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, जिस वृद्ध की जान बचाई गई है, उसकी उम्र 62 साल बताई जा रही है. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वृद्ध महिला की मौत के बाद उसके रिश्तेदार के गांव में पुलिस छानबीन करने पहुंची थी. पुलिस को संदेह था कि उसके रिश्तेदार ने ही महिला की हत्या की है. इसी मसले में पुलिस कब्र वाले गांव में पहुंची थी.
कब्र के अंदर बुजुर्ग ले रहा था सांसें
जब पुलिस गांव में तलाशी ले रही थी, तभी पुलिस वालों को जमीन के अंदर से चीखने की आवाज सुनाई दी. संदेह होने पर पुलिस आवाज आने वाली जगह की मिट्टी हटवाई तो उसमें से एक वृद्ध निकला, जिसकी सांसें चल रही थी. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि एक गढ्ढे में वृद्ध को रखकर उसके ऊपर लकड़ी रखी गई थी और मिट्टी से ढक दिया गया था, लेकिन किसी तरह से वृद्धि को ऑक्सीजन पहुंच रही थी, जिसकी वजह से वह चार दिनों से जिंदा था.
पुलिस को किशोर पर महिला की हत्या का संदेह
चार दिन से बंद होने के बावजूद जिंदा रहने को लोग किसी चमत्कार से कम नहीं मान रहे हैं. कब्र से निकलने के बाद वृद्ध ने बताया कि विवाद के बाद एक किशोर ने उसको कब्र में बंद कर दिया था. बंद करने से पहले उसने वृद्ध पर चाकू से हमला भी किया था. कब्र से निकलने के बाद वृद्ध काफी कमजोर दिख रहा था. अब पुलिस को आशंका है कि वृद्ध को जमीन में जिंदा दफ्न करने वाला किशोर महिला की हत्या में शामिल हो सकता है. संदिग्ध किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन युवक महिला की हत्या से अपने को अलग बता रहा है.