समाचार-गढ़, ठुकरियासर. प्राचीन परम्पराओं व संस्कृति को जीवित रखने का माध्यम कलाकार ही है। अपनी कला के माध्यम से ही कलाकार समाज व गांव का आयना दिखाते हैं। कलाकारों को बढ़ावा देने में हर व्यक्ति व समाज का दायित्व बनता है। यह उदगार उदरासर गांव स्थित आदर्श शिक्षण संस्थान प्रांगण में चंग मंडली के कलाकारों के लिए आयोजित सम्मान समारोह के दौरान अतिथियों ने वक्त किए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि समाज सेवी तोलाराम जाखड़, विशिष्ट अतिथि हजारी गोदारा, संतोष कुमार गोदारा, लेखराम गोदारा ने चंग कला, नृत्य व धमाल गायन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को सम्मानित किया। समाज सेवी जाखड़ ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में आज भी लोग पौराणिक रीतिरिवाजों को बखूबी से निभा रहे हैं। होली या अन्य त्योहारों पर अपनी कला का प्रदर्शन करने वाले कलाकारों का सम्मान होना जरूरी है, इससे कलाकारों का हौसला बढ़ेगा। वहीं नए कलाकारों को बढ़ावा मिलेगा। संयोजक पूर्व सैनिक धुड़ाराम गोदारा ने कहा कि आज के आधुनिकता के दौरान में हमारी प्राचीन परंपरा व संस्कृति को बचाए रखना जरूरी है।
मरुधर इंडेन ग्रामीण वितरक द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बाबूलाल पंचारिया, परमाराम जाखड़ तुलसीदास, चुन्नीलाल मोट, सत्यनारायण मोट, मंगलाराम मेघवाल मुन्नीराम मेघवाल, मदनलाल गोदारा सहित ग्रामीण मौजूद रहे।
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य मंगलवार को आएंगी बीकानेर
समाचार गढ़ 22 नवंबर 2024 बीकानेर, राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य श्रीमती डॉ. अर्चना मजूमदार मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट से प्रस्थान कर सायं 4:30 बजे बीकानेर पहुंचेंगी।श्रीमती डॉ अर्चना मजूमदार…