समाचार गढ़, 7 दिसम्बर 2024, श्रीडूंगरगढ़। बार संघ श्रीडूंगरगढ़ में चुनावी प्रक्रिया का पालन न किए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। बार संघ के सदस्यों ने आरोप लगाया है कि वर्तमान कार्यकारिणी ने बिना किसी लोकतांत्रिक प्रक्रिया को अपनाए अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति कर दी है।
सदस्यों का कहना है कि राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेशानुसार, सभी बार संघों में तय समय सीमा के भीतर चुनाव कराना अनिवार्य है। अधिकांश बार संघ दिसंबर 2024 में नियमानुसार आगामी वर्ष के लिए चुनाव प्रक्रिया आयोजित कर रहे हैं। लेकिन श्रीडूंगरगढ़ बार संघ में चुनावी प्रक्रिया को दरकिनार करते हुए अध्यक्ष व पदाधिकारियों की नियुक्ति कर दी गई, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था का उल्लंघन है।
बार संघ के कई सदस्यों ने इस प्रक्रिया का विरोध किया, लेकिन इसके बावजूद चुनावी कमेटी का गठन नहीं किया गया और न ही चुनाव की प्रक्रिया शुरू की गई। यह कदम न केवल लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन करता है, बल्कि उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना भी है।
सदस्यों ने बार काउंसिल ऑफ राजस्थान, जोधपुर के अध्यक्ष को ज्ञापन भेजते हुए मांग की है कि श्रीडूंगरगढ़ बार संघ को तत्काल प्रभाव से चुनाव प्रक्रिया अपनाने और विधिवत तरीके से चुनाव कराने के निर्देश दिए जाएं।
सदस्यों ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों और वकीलों के संगठन की गरिमा के खिलाफ बताते हुए उच्च न्यायालय से हस्तक्षेप की अपील की है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाएगा और शीघ्र ही उचित कार्रवाई की जाएगी।