दुलचासर में कटानी रास्ता बंद होने से बुजुर्ग की मौत का मामला: देर शाम बनी सहमति, जेसीबी से रास्ता खुलवाया
बीकानेर। दुलचासर गांव में रेलवे द्वारा कटानी रास्ता बंद किए जाने से बासी महियान निवासी बुजुर्ग खेताराम नायक की समय पर अस्पताल नहीं पहुँचने से मौत हो गई। ट्रैक्टर-ट्रॉली को रास्ता बंद होने के कारण देर लगी, जिससे नाराज़ परिजन और ग्रामीणों ने शव रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पूर्व विधायक गिरधारी महिया के नेतृत्व में बड़ी संख्या में दुलचासर और आसपास के गांवों के लोग देर शाम तक मौके पर डटे रहे। ग्रामीणों की मांग थी कि कटानी रास्ते को तुरंत खोला जाए और भविष्य में इसे स्थाई रूप से बंद न किया जाए।
सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार सुजीत कुमार, सेरुणा थानाधिकारी संध्या मय पुलिस जाप्ता और रेलवे अधिकारी मौके पर पहुँचे। अधिकारियों और ग्रामीणों के बीच लंबी वार्ता चली। लगातार समझाइश और बातचीत के बाद देर शाम रास्ता खोलने पर सहमति बनी।
इसके बाद जेसीबी बुलाकर रेलवे द्वारा बंद किया गया कटानी मार्ग तुरंत खुलवाया गया।
पूर्व विधायक गिरधारी महिया ने कहा—
“रेलवे विभाग को इन कटानी रास्तों को स्थायी रूप से खोलना चाहिए। आमजन को हर रोज़ परेशानी होती है। अगर आगे भी रास्ता बंद करने की कोशिश की गई तो बड़ा आंदोलन और जाम लगाया जाएगा।”
ग्रामीणों ने रास्ता खुलवाने के बाद मृतक के शव को वहा से हटाया गया व प्रशासन को चेतावनी दी कि जीवन से जुड़े ऐसे मार्ग दोबारा बंद न किए जाएं।













