समाचार गढ़। श्रीडूंगरगढ़ में युवक की हत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। घटना के 30 घंटे बाद भी किसी की गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध में परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया है, सुबह से ही श्रीडूंगरगढ़ की मोर्चरी के आगे ग्रामीणों का धरना जारी है। वहीं देराजसर और आसपास के गांवों में सुबह से दुकानें नहीं खुली। ग्रामीणों को उन दो युवकों पर हत्या का शक है, जो एक दिन पहले मृतक महेंद्र और उसके पिता के नाम से खेत का अता-पता पूछ रहे थे। शुक्रवार रात को अज्ञात लोगों ने खेत की ढाणी में घुस कर युवक महेंद्र की गला घोंट कर हत्या कर दी थी। घटना के बाद एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंची। अभी अब तक हत्या करने वाले पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके हैं। ऐसे में अब ग्रामीणों में रोष बढ़ रहा है। उनका कहना है कि हत्यारों को गिरफ्तार किया जाए। सूडसर व्यापार मंडल अध्यक्ष सोहनदास स्वामी ने हत्या के मामले में गिरफ्तारी नहीं होने पर रोष जताया है। श्रीडूंगरगढ़ मोर्चरी के आगे जिला परिषद सदस्य श्री राम भादू, भारतीय किसान संघ के तोलाराम जाखड़, विधायक पुत्र शिव सारस्वत, केसराराम गोदारा, बिग्गा सरपंच जसवीर सारण भी पहुंचे और पुलिस से जल्द से जल्द हत्यारों को गिरफ़्तार करने की मांग करते हुए धरना स्थल पर बैठ गए।
ये है मामला
श्रीडूंगरगढ़ के देराजसर गांव की ढाणी में 22 साल का महेंद्र आगे के कमरे में सो रहा था। इस दौरान घर के अन्य सदस्य अंदर के कमरों में सो रहे थे। शनिवार सुबह उसका शव कमरे में पड़ा था। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि किसी ने उसका गला घोंट दिया हैं। हत्या की आशंका में पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम भी मौके पर पहुंच गई। इसके बाद से सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं क्योंकि दो युवक महेंद्र के घर का पता पूछ रहे थे।