समाचार गढ़ 16 नवंबर 2024 प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलने लगा है, और सर्दी का असर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जहां 8 जिलों का न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। माउंट आबू में सबसे कम 9.2 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया, जहां पिछले कुछ दिनों से तापमान में निरंतर गिरावट दर्ज हो रही है। उत्तरी राजस्थान के जिलों में कोहरा छाया हुआ है, जिससे दृश्यता प्रभावित हो रही है।
राजधानी जयपुर में सुबह और शाम ठंड का असर तेज हो गया है। हालांकि दिन में खिली धूप से कुछ राहत मिलती है। गुरुवार की रात इस नवंबर की सबसे ठंडी रातों में से एक रही। सर्दी के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए लोगों ने गर्म कपड़े पहनने शुरू कर दिए हैं। बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में सुबह घना कोहरा छाया रहा। इस वजह से दृश्यता बेहद कम हो गई, और वाहन चालकों को लाइट जलाकर गाड़ियां चलानी पड़ीं। मौसम विभाग ने क्षेत्र में कल भी घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है।
श्रीगंगानगर में कोहरे का प्रभाव सुबह काफी गहरा था। यहां न्यूनतम तापमान 16.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। घने कोहरे के कारण वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई स्थानों पर लोग सर्दी से बचने के लिए अलाव जलाते नजर आए।
मौसम विभाग के अनुसार, इस समय प्रदेश में एंटी साइक्लोन सिस्टम सक्रिय है, जिससे अधिकांश जिलों में सुबह और रात के समय ठंडी हवाएं चलने लगी हैं। इसका असर न्यूनतम तापमान पर देखा जा सकता है, जो 14 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया। जयपुर में 16.9, कोटा में 16.6, अजमेर में 15.8, उदयपुर में 14.4, सीकर में 13, पिलानी में 15.6, अलवर में 15.4, भीलवाड़ा में 14.4, चूरू में 15.6 और जालौर में न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, ला नीना प्रभाव अब धीरे-धीरे सक्रिय हो रहा है। इसके कारण सर्दी की रफ्तार धीमी है, लेकिन आने वाले दिनों में सर्दी बढ़ने की संभावना है। जलवायु परिवर्तन के चलते गर्मी, बरसात और सर्दी का चक्र अपने सामान्य समय से एक महीने आगे बढ़ गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि नवंबर में पड़ने वाली कड़ाके की सर्दी अब दिसंबर से शुरू होकर फरवरी तक जारी रहेगी।