कार्मिक अनशन और ज्ञापन सौंपा गया
समाचार गढ़, 9 दिसम्बर 2024। श्रीडूंगरगढ़ में ट्रॉमा सेंटर संघर्ष समिति द्वारा चल रहे धरने का आज 56वां दिन है। धरने के छठे दिन कार्मिक अनशन पर भंवरलाल प्रजापत और लेक मोहम्मद मौजूद रहे। समिति ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए प्रशासन की अब तक की कार्रवाई की जानकारी देने की मांग की।
तहसीलदार ने आश्वासन दिया कि कल दोपहर 1 बजे एसडीएम कार्यालय में जिला स्वास्थ्य विभाग (CMHO), ब्लॉक सीएमएचओ और उपजिला अस्पताल प्रभारी उपस्थित रहेंगे। ट्रॉमा सेंटर निर्माण में हो रही देरी और कार्रवाई पर चर्चा के लिए संघर्ष समिति के साथ बैठक की जाएगी।
ग्रामीणों की व्यथा: इलाज में देरी से होती है मौत
संघर्ष समिति ने ज्ञापन में बताया कि दुर्घटनाओं के दौरान समय पर इलाज न मिलने के कारण बीकानेर रेफर किए गए कई मरीज रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। ट्रॉमा सेंटर का निर्माण शीघ्र शुरू न होने पर आक्रोश और बढ़ने की संभावना है।
कड़ाके की ठंड में भी संघर्ष जारी
सैकड़ों ग्रामीण कड़ाके की ठंड में भी धरनास्थल पर डटे हुए हैं। संघर्ष समिति के सदस्यों का कहना है कि जब तक ट्रॉमा सेंटर का निर्माण कार्य शुरू नहीं होता, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
धरनास्थल पर प्रमुख उपस्थिति
धरने में हरिप्रसाद सिखवाल, भंवरलाल प्रजापत, लेक मोहम्मद, आशीष जाड़ीवाल, राजेंद्र स्वामी, प्रकाश गांधी, मदनलाल प्रजापत, उस्मान, रामकिशन गावरिया, डूंगरराम मैया, मुकेश ज्यानी, राजू पारीक, भागीरथ दुसाध, चुन्नीलाल जाट, गिरधारी माली, बुद्धाराम नायक, रामनिवास बाना, ओमप्रकाश एडवोकेट, गोपालराम भादू, सूडसर के दीनदयाल शर्मा, ओमप्रकाश बाना, मुरलीधर शर्मा, श्याम सुंदर पारीक, बाबूलाल रेगर, मोतीराम सियाग, मालाराम शर्मा, जगदीश बाना और खालिद तंवर सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
संघर्ष का उद्देश्य
समिति का कहना है कि ट्रॉमा सेंटर बनने से श्रीडूंगरगढ़ और आसपास के ग्रामीणों को समय पर चिकित्सा सुविधा मिलेगी, जिससे दुर्घटनाओं में मौत के आंकड़े कम होंगे। प्रशासन से ठोस कार्रवाई की मांग अब और तेज़ हो चुकी है।
आगामी बैठक पर नजर
कल एसडीएम कार्यालय में होने वाली बैठक से संघर्ष समिति को ठोस नतीजों की उम्मीद है। यदि प्रशासन ने मांगें पूरी नहीं कीं, तो आंदोलन और व्यापक रूप ले सकता है।