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मूंगफली की अंधाधुंध कटाई में जुटा किसान वर्ग गांव नजर आने लगे सुने सुने जंगल में मंगल जैसा माहौल, खेत खलिहानों से सीधी ग्राउंड रिपोर्ट

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खेत खलिहानों से सीधी ग्राउंड रिपोर्ट

समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। दीपावली का त्यौहार निकलते ही किसान वर्ग मूंगफली की फसल की अंधाधुंध कटाई में जुट गया है। हालांकि कुछ किसानों ने दीपावली से पहले ही मूंगफली की फसल की कटाई करके फसल को मंडी में पहुंचा दिया है लेकिन अधिकांश किसान पिछले चार पांच दिन से मूंगफली की अंधाधुंध कटाई में जुटे हुए नजर आ रहे हैं। मूंगफली की कटाई के साथ-साथ बारानी खेती करने वाले किसान भी फसल कटाई में लगे हुए नजर आ रहे हैं। फसलों की अंधाधुंध कटाई के चलते गांव की चौपाले सुनी सुनी नजर आ रही है।वहीं फसलों की कटाई के चलते जंगल में मंगल जैसा माहौल नजर आ रहा है खेत खलिहान आबाद नजर आ रहे हैं। सुबह छः बजते ही किसानों के साथ-साथ मजदूर वर्ग भी खेतों की ओर रुख कर लेते हैं जो शाम को सात बजे तक खेतों में लगे रहते हैं। मजदूरी करने वाले मजदूरों ने बताया कि अभी खेतों में फसल कटाई का कार्य जोरों पर चल रहा है ऐसे में मजदूर वर्ग भी इस 15 दिवसीय सीजन का भरपूर फायदा उठा रहे हैं। मजदूरों ने बताया कि मूंगफली की फसल कटाई के प्रतिदिन के सात सौ रुपए तथा मूंगफली के खले निकलवाई के लिए प्रतिदिन के एक हजार रूपए एवं बारानी फसलों की कटाई के लिए पांच सौ रुपए प्रतिदिन के मिल जाते हैं।

मजदूरों की बढ़ी मांग -मूंगफली की फसलों की अंधाधुंध कटाई के चलते मजदूरों की काफी मांग बढ़ गई है। कई गांवो में मजदूरों की तंगी के चलते आसपास के गांवो से मजदूरों को बुलाकर खेती का कार्य करवाया जा रहा है। क्योंकि सभी गांवों में इस समय फसल कटाई का कार्य जोरों पर चल रहा है ऐसे में मजदूरों की तंगी का सामना किसानों को करना पड़ रहा है। मजदूरों की मांग बढ़ने के साथ ही मजदूरों को भी खासी अच्छी दिन दहाड़ी मिल रही है।

खेत खलिहान हुए आबाद जंगल में मंगल – फसलों की अंधाधुंध कटाई के कार्य के चलते जहां गांव की चौपाले सुनी सुनी नजर आ रही है हालांकि गांव की चौपाल में कुछ बुजुर्ग लोग ही बतियाते हुए नजर आ रहे हैं। वही जंगल में मंगल नजर आ रहा है। खेत खलिहान हर तरफ आबाद नजर आ रहे हैं। क्योंकि फसलों की कटाई के चलते पच्चीस से तीस मजदूरों का समूह एक एक खेत में एक साथ काम करते हुए नजर आ रहे हैं। मूंगफली की कटाई में लगे ट्रैक्टरों पर बज रहे धार्मिक भजनों से जंगल में हर तरफ मंगल नजर आ रहा है। ट्रैक्टरों पर बज रहे धार्मिक भजनों से मजदूरों का भी खूब मनोरंजन हो रहा है।

फसलों की कटाई के साथ-साथ बिजान में जुटा किसान – मूंगफली की फसल के कटाई के साथ-साथ सिंचित किसान वर्ग फसलों के बिजान के कार्य में भी जुट गया है। जिन किसानों के पास खाली जमीन उपलब्ध है उन्होंने मूंगफली की फसल की कटाई के साथ साथ किसान मैथी, चणा, इसबगोल, सरसों आदि फसलों के बिजान का कार्य भी शुरू कर दिया है तथा जिन किसानों के पास खाली जमीन नहीं है वह किसान जल्द से जल्द मूंगफली की फसल की कटाई करके फसलों को बोने में आतुर नजर आ रहा है।

तय अनुमान से कम निकल रही फसल – इस बार अच्छी बारिश होने से बारानी फसलों के साथ-साथ सिंचित फसल से अच्छे उत्पादन का अनुमान किसान लगा रहे थे लेकिन अनुमान के मुताबिक फसल नहीं निकलने के कारण किसानों का अनुमान गलत साबित हो रहा है। किसानों का कहना है कि इस बार अच्छी बरसात के चलते अच्छा उत्पादन होने की पूरी संभावना किसान जता रहे थे लेकिन विडंबना है कि जिस वक्त फसलों को बारिश की अति आवश्यकता थी उस समय बरसात नहीं होने के कारण फसलें कमजोर रह गई । बारानी खेती करने वाले किसानों को मशीनों द्वारा खेती करने का पूरा खर्चा निकाल पाना भी मुश्किल हो गया है।

एक खेत में बारानी फसल को इकट्ठा कर निकालने के इंतजार में किसान । फोटो गौरीशंकर
कटाई के इंतजार में तैयार ग्वार की फसल । फोटो गौरी शंकर तावनिया सातलेरा
किसानों द्वारा अंधाधुंध मूंगफली की फसल की कटाई की का रही है । फोटो गौरीशंकर
किसानों द्वारा अंधाधुंध मूंगफली की फसल की कटाई की का रही है । फोटो गौरीशंकर
सातलेरा स्थित एक खेत में मूंगफली की कटाई में जुटे किसान । फोटो गौरी शंकर तावनिया सातलेरा
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