समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। क्षेत्र के प्रसिद्ध ज्योतिषी राजगुरु पंडित देवीलाल उपाध्याय के पुत्र एवं आचार्य राजगुरू पंडित रामदेव उपाध्याय ने बताया कि इस वर्ष बुधवार को बसंत पंचमी का पावन पर्व मनाया जाएगा। निर्णय सागर पंचांग के अनुसार बुधवार को दोपहर 12:34 बजे से पंचमी तिथि उदय होने के कारण बसंत पंचमी का पावन पर्व बुधवार को ही मनाया जाएगा। आचार्य ने बताया कि बसंत पंचमी विद्या की अधिष्ठात्री मां सरस्वती की साधना के लिए उपयुक्त दिन माना जाता है। आचार्य ने बसंत पंचमी को विद्यार्थीयों के लिए महत्वपूर्ण दिवस बताते हुए विद्यार्थियों के लिए विद्या प्राप्ति के लिए एक अचूक उपाय भी बताया है आइए जानते हैं वह क्या उपाय है।
आचार्य के अनुसार बसंत पंचमी के दिन सरसों के 31 पुष्प भगवान शिव को अर्पण करने से विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल बन जाता है। आचार्य के अनुसार इस दिन रोगी के हाथ से 108 सरसों के पुष्प भगवान शिव को चढ़ाने से स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त होता है।
राजगुरु पंडित रामदेव उपाध्याय
(शास्त्री -आचार्य, ज्योतिष विद्)
9829660721