समाचार गढ़, 13 अक्टूबर 2025, श्रीडूंगरगढ़। एक चिकित्सक को सर्व श्रेष्ठ तरीके से रोगी का उपचार करना चाहिए। यही उसका सर्वोच्च धर्म और पुनीत कर्तव्य है। बाहेती सत्संग भवन मे आयोजित समारोह मे मुख्य अतिथि के रूप मे कस्बे के प्रतिष्ठित भामाशाह, समाज सेवी रामदेव बोहरा ने अपने उदगार प्रकट किये। चिकित्सक संतोष चांडक ने बीकानेर मे प्रारम्भ होने जा रहे चांडक चाइल्ड हॉस्पिटल के उदघाटन के अवसर पर कस्बे के प्रबुद्धजनों को आदर पूर्वक आमंत्रित किया। चांडक ने इस अस्पताल मे उपलब्ध सुविधाओ के बारे मे कस्बे के प्रबुद्धजनों को व्यापक जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि सेवा निवृत जिला शिक्षा अधिकारी गजानंद सेवग ने कहा कि चिकित्सक भगवान तो नहीं है लेकिन अपने सेवाकार्यो से वह भगवान के समकक्ष माना जाता है. जे एस टी के मंत्री प्रदीप पुगलिया ने कहा क़ि चिकित्सा एक पूर्णतः पेशा है लेकिन इसमें भी मानवता और नीति शास्त्र का पालन करना चाहिए. समारोह के मुख्य सूत्रधार कस्बे के प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता, भामाशाह श्रीगोपाल राठी ने स्वागत उदबोधन मे सभी पधारें महानुभावो का तहेदिल से आभार व्यक्त किया कि सभी एक छोटे से विनम्र आग्रह पर समारोह मे पधारें. संयोजकीय उदबोधन मे नागरिक विकास परिषद के मंत्री विजयराज सेवग ने कहा कि चिकित्स्कों का कार्य एक अति महत्वपूर्ण सेवाकार्य है सेवग ने कहा कि.. वो ढूंढते रह गए, कभी मंदिर कभी मस्जिद मे, पर उन्हें ये कौन बताये, मुरादें तो अस्पतालों मे ज्यादा मांगी जाती है, मत आजमा उनकी सहिष्नुता को, ये ना समझी है, क्योंकि, खुदा भी इनके अहसानमंद रहते है। समारोह के अध्यक्ष कस्बे के वरिष्ठ व्यवसायी भीखमचंद तापड़िया ने अध्यक्षीय उदबोधन मे चांडक चाइल्ड अस्पताल के उतरौतर वृद्धि की मंगल कामना करते हुए सभी का आभार ज्ञापित किया. श्रीगोपाल राठी ने डॉक्टर संतोष चांडक को माला और साफा पहना कर सम्मान किया.। इस अवसर पर महिला मंडल के अध्यक्ष श्रीमती मंजू बोथरा, उपाध्यक्ष मधु देवी झाबक, मंत्री श्रीमती अम्बिका डागा, पूर्व पदाधिकारी श्रीमती दीपमाला डागा, मंजू देवी झाबक, शिव कुमार स्वामी, एन वी पी अध्यक्ष तुलसीराम चोरड़िया, शिवभगवान चांडक, युवा प्रजापति सभा के रमेश बासनिवाल, रमेश प्रजापत, वी एच पी के भँवरलाल दुगड़, माहेश्वरी सभा के संजय करनानी, डॉ पी डी स्वामी, लखासर सरपंच प्रतिनिधि गौरधन खिलेरी, मांगीलाल राठी, सुरेश भादानी, ललित बाहेती, संजय पारीक, शुभकारण पारीक, रमाकांत झंवर, साहित्यकार सत्यदीप भोजक, पार्षद नानूराम कुचोरिया, महावीर अड़ावलिया, पार्षद जगदीश गुर्जर,पवन इंदौरिया, मांगीलाल राठी, बद्रीप्रसाद सोमानी, के एल जैन, दीपक गौत्तम, आसकरण बाहेती, कमल बोथरा, दीन दयाल सारस्वत रिड़ी धनराज पारीक, ओमप्रकाश सारस्वत, ओमप्रकाश छंगानी, योगाचार्य ओमप्रकाश कालवा इत्यादि अनेकानेक प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित थे।












