समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। क्षेत्र के सालासर रोही में कस्बे के दक्षिण दिशा में स्थित खेत में विद्युत विभाग के 33केवी के तारों के टकराने से एक काश्तकार के खेत में आग लग गई। किसान सहीराम मलखट, नायक ने बताया कि दोपहर 2 बजे खेत के ऊपर से जा रही 33केवी की विद्युत लाइन आपस में टकरा गई जिसके कारण खेत की 540 फुट बाड़ आग में स्वाहा हो गई। पास में पुण्दलसर-श्रीडूंगरगढ़ रेलवे अंडरपास के लिए किसानों द्वारा दिये जा रहे धरना प्रदर्शन के किसान उस वक्त रेलवे स्टेशन ज्ञापन देने गए थे । पीछे से लगी आग से किसान के खेत की बाड़ जल गई। मौके पर धरने पर पहुँचे 2 युवकों ने बाड़ के किनारे तोड़े और बाकी सदस्यों को फोन पर इतला दी। सारे किसान पहुंचे तब तक 540फुट बाड़ जल चुकी थी। मौके पर किसानों ने बिजली विभाग को फोन किया परन्तु देर तक फोन नहीं उठाने के बाद आखिरकार 1घण्टे बाद विद्युतकर्मी पहुंचा। किसानों ने ट्यूबवेल के पानी से आग को बुझाया। किसानों ने रोष प्रदर्शन किया। गनीमत रही कि किसान मौके पर पहुंचे और सिर्फ बाड़ ही जली। किसान मामचंद ने कहा कि भगवान का शुक्र है कि गेहूं की सूखी फसल बच गई वरना महीनों की मेहनत जलकर स्वाहा हो जाती।
किसान कर रहे अंडरब्रिज बनवाने के लिए धरना प्रदर्शन
समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। आज धरने पर बैठे किसान रेलवे प्रशासन से अंडरब्रिज बनवाने के लिए धरना दे रहे है परन्तु किसानों की इस समस्या का समाधान तो हुआ ही नहीं साथ ही किसान की बाड़ में आग और लग गई। गनीमत रही कि लाखों की खड़ी सुखी गेहूं की फसल बच गई। मौके पर किसान नहीं पहुंचते तो गेहूं की फसल में लगी आग पर काबू पाना मुश्किल हो जाता।
पूर्व में हो चुकी है आगजनी की घटना, विद्युत विभाग कर रहा किसानों के नम्बर ब्लॉक
समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। किसान मुखराम ज्याणी निवासी बम्बू ने कहा कि विद्युत विभाग वाले किसानों के कॉल उठाना तो दूर की बात है जबकि वो उठाने से बचने के लिए ब्लॉक ही कर देते है। अगर जिम्मेदार ही किसानों के कॉल उठाने से कतराते हुए ब्लॉक लिस्ट में डाल देंगे तो कभी कुछ बड़ी दुर्घटना हुई तो उसका जवाबदेह कौन होगा? 6 माह पूर्व किसान मामचंद के खेत की बाड़ में भी आग ऐसे ही तार टकराने से लग गई थी परन्तु विभाग 3 दिन बाद पहुंचा।
यह है कारण आगजनी का
समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़। मौके पर पहुंचे विभाग कर्मियों और किसानों ने कहा कि 33केवी के ये तार आपस मे टकराते रहते है जिसके कारण चिंगारी पैदा होती है और उन चिंगारियों के कारण बाड़ में, खेत में आग लग जाती है।