गरीब सेवा संस्थान श्रीडूंगरगढ़ व बेजासर गाँववासी ने भरा 1लाख 21 हजार का मायरा भरा
समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। बेटी के विवाह में कन्यादान बेटी का पिता करता है परंतु पिता इस दुनिया में नहीं रहे और ना कोई रहने के लिए मकान है तो माँ के पास बेटी को खाली हाथ विदा करने के अलावा कोई उपाय नहीं था।
जानकारी में पता चला कि सरदारशहर के नज़दीक बेजासर में एक माता अपनी दो बेटियों की शादी करने जा रही है परंतु उसकी यथा स्थिति ठीक नहीं है। मेहमान भी आने थे, बेटी की विदाई भी करनी थी और जीवन कैसे भी चल रहा हो कर्त्तव्य तो पूरा करना ही होता है। ऐसे में गरीब सेवा संस्थान श्रीडूंगरगढ़ के मेम्बर रामकिशन फौजी, प्रदीप तंवर, रामनिवास बिस्सु, मदन पूनियाँ, जगदीश, ईश्वर नाई, बेजासर गाँव के सरपंच करणीदान चारण, भगवान सिंह, बाबूलाल सारस्वत, मालाराम सारस्वत, रामुराम पूनियाँ व गाँव बेजासर के लोगों और समाज के शुभचिंतक लोगों को पता चला तो इन बेटियों की यथा क्षमता झोली भरकर मंगलमय विदाई के लिए आवश्यक बर्तन कपड़े इत्यादि दिए गए और शादी में आये मेहमानों के लिए भोजन की व्यवस्था करवाई गई।