समाचार गढ़, 30 मई, राजस्थान। राजस्थान में गर्मी अपना रोद्र रूप दिखा रही है। प्रदेश के कई शहरों में अधिकतम तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। इस भीषण गर्मी के कारण लोगों की मौत भी होने लगी है। राजस्थान स्वास्थ्य विभाग अब तक कुल 4 लोगों की गर्मी से मौत की पुष्टि कर चुका है, जबकि रोजना मिलने वाले अज्ञात शवों का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। ऐसे में राजस्थान हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए प्रदेश की भजनलाल सरकार को लू के कारण मरने वाले लोगों के आश्रितों को समुचित मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं।
रेड लाइट पर छाया की व्यवस्था के निर्देश
हाई कोर्ट ने गुरुवार को पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के संबंध में स्वतः संज्ञान लेते हुए राजस्थान के मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि राजस्थान जलवायु परिवर्तन परियोजना के तहत तैयार ‘ग्रीष्मकालीन कार्ययोजना’ के प्रभावी इम्प्लीमेंटेशन के लिए तत्काल और उचित कदम उठाने हेतु विभिन्न विभागों की समितियों का गठन किया जाए। न्यायमूर्ति अनूप कुमार की पीठ ने राज्य सरकार के अधिकारियों को भारी आवागमन वाली सड़कों पर पानी छिड़कने, ठंडक के लिए जगह उपलब्ध कराने, लाल बत्तियों पर छाया की व्यवस्था करने, लू के रोगियों के उपचार के लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी संभव सुविधाएं उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया।
पिछले 24 घंटों में 2-3 डिग्री गिरा तापमान
जयपुर मौसम विज्ञान केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा के अनुसार, ‘पिछले 24 घंटों में राजस्थान के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम तापमान में 1-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। अधिकतम तापमान फतेहपुर में 48.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हीट वेव का दौर पिछले 24 घंटों में उत्तर पश्चिमी और उत्तरी राजस्थान में ही दर्ज किया गया है। अगले 48 घंटों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज होगी। ‘ इससे पहले आईएमडी जयपुर ने बीकानेर, जयपुर व भरतपुर संभाग के कुछ भागों में हीटवेव व कहीं-कहीं तीव्र हीटवेव दर्ज होने की संभावना है। एक नया पश्चिम विक्षोभ एक्टिव होने से 31 से 2 जून के दौरान बादल गरजने और हल्की से मध्यम बारिश होने की आशंका जताई है।