तंबाकू हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। ज्यादा तंबाकू के सेवन से कैंसर होता है। इसी के साथ ही आपको सिगरेट के डिब्बे पर ये लिखा हुआ भी मिल जाएगा की कैंसर का कारण बन सकता है। यह लाइन आपको सिगरेट के हर पैकेट पर मिल जाएगी, लेकिन फिर भी लोगों ने धूम्रपान नहीं छोड़ा। आपने शायद सुना होगा कि केवल धूम्रपान करने वाले लोगों को ही कैंसर होता है, लेकिन ऐसा नहीं जो लोग धूम्रपान करने वालों के साथ रहने वालों को भी कैंसर होता है।
धूम्रपान न करने पर भी कैंसर का शिकार हो जाएंगे
एक महिला ने बताया कि उन्होंने अपने जीवन में कभी भी धूम्रपान नहीं किया था, लेकिन उन्हें कैंसर हो गया। ऐसे में ये गंभीर विषय है नलिनी को कैंसर कैसे हो गया है। नलिनी ने कहा कि उनकी शादी को 33 साल से ज्यादा हो गए हैं। उनके पति चेन स्मोकर हैं और इसलिए न चाहते हुए भी हर दिन धूम्रपान करते हैं। बस इस बात का ध्यान रखें कि अगर आप अपने आसपास धूम्रपान करने वाले लोगों से घिरे रहेंगे तो उनका धुआं आपके फेफड़ों में चला जाएगा और आप धूम्रपान न करने पर भी कैंसर का शिकार हो जाएंगे।
1.2 मिलियन लोग अप्रत्यक्ष रूप से धूम्रपान के परिणामस्वरूप मरते
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट है कि तम्बाकू के उपयोग के कारण हर साल लगभग 8 मिलियन लोग कैंसर से मर जाते हैं। इनमें से 1.2 मिलियन लोग अप्रत्यक्ष रूप से धूम्रपान के परिणामस्वरूप मरते हैं, तो ये लोग सिर्फ इसलिए मर जाते हैं क्योंकि वे धूम्रपान करने वालों के साथ रहते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, भारत में हर साल 13.5 मिलियन से अधिक लोग तंबाकू के सेवन के कारण मर जाते हैं। जैसा कि कहा गया है भले ही आप धूम्रपान नहीं करते हों, लेकिन इस बात से अवगत रहें कि यदि कोई आपके आसपास धूम्रपान करता है, तो आप मृत्यु के करीब पहुंच रहे हैं।
पहले की तुलना में आज कम लोग धूम्रपान करते हैं
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया भर के लोग अब धूम्रपान के खतरों से अवगत हैं। यही कारण है कि पहले की तुलना में आज कम लोग धूम्रपान करते हैं। वर्ष 2000 और 2020 की तुलना में तंबाकू का सेवन करने वालों की संख्या में काफी कमी आई है। पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए, 2000 में 49% पुरुष और 37% महिलाएं तंबाकू का इस्तेमाल करते थे, लेकिन 2020 में ये आंकड़े गिरकर 16% और 8% हो गए हैं। हालांकि, धूम्रपान के परिणामस्वरूप अभी भी लाखों लोग हर साल मरते हैं।