दिनांक 22 -10 -2022 के पंचांग के साथ जाने और भी कई खास बातें आचार्य राजगुरू पंडित रामदेव उपाध्याय के साथ
श्री गणेशाय नम:
तिथि वारं च नक्षत्रं
योगो करणमेव च ।
पंचागं श्रृणुते नित्यं
श्रीगंगा स्नानं फलं लभेत् ।।
शास्त्रों के अनुसार नित्य पंचांग के तिथि, वार, नक्षत्र ,योग ,करण आदि पांच अंगों को सुनने से गंगा स्नान के बराबर फल मिलता है अतः नित्य पंचांग अवश्य सुनना चाहिए।। *आज का पंचांग*
दिनांक- 22 /10/2022
श्री डूंगरगढ़
अक्षांश – 28:06
रेखांश – 74:04
पंचांग
विक्रम संवत् – 2079
शक संवत् – 1944
* ऋतु – हेमंत
* अयन- दक्षिणायण
* मास – कार्तिक
* पक्ष- कृष्णा
* तिथि- द्वादशी 17:58
* वार- शनिवार
* नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी 13:45
* योग- ब्रह्म 17:07:12
* करण- तैतिल 17:58:00 उपरांत गर
* चंद्र राशि – सिंह रात्रि 8:00 बजे उपरांत कन्या
चंद्र बल– मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, तुला, वृश्चिक, धनु, कुंभ, मीन रात्रि 8:00 बजे उपरांत मेष, वृषभ, कर्क, सिंह, कन्या, वृश्चिक, धनु, मकर, मीन ।
सम्वत् नाम – शुभकृत
सूर्योदय -06:40 A.M. सूर्यास्त- 05:56 P.M
दिनमान – 11:16
रात्रिमान – 12:44 *शुभ समय* अभिजित मुहूर्त मध्याह्न -11:54 बजे से 12:42 तक
अशुभ समय
यमगण्ड – दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक राहुकाल- प्रातः 9:00 से 10:30 तक
*(विशेष- राहुकाल चक्र भारत के दक्षिण संभाग में ही मान्य है दक्षिण संभाग के लोगों को शुभ कार्यो में राहु काल के समय का त्याग करना चाहिए किंतु उत्तर भारत में राहुकाल का समय शुभ कार्यों में त्यागने की आवश्यकता नहीं है । ) **
कालवेला या अर्द्धयाम 1. सायं 04:31:30 से 05:56 बजे तक
2.रात्रि 05:04:30 से 06:40 बजे तक
गुलिक काल – प्रातः 6:00 से 7:30 बजे तक
दिशा शूल – पूर्व दिशा
चौघड़िया ( दिन)
1.काल- प्रात: 06:40 से 08:04:30 तक(काल वेला निषेध)
2.शुभ- प्रात:08:04:30 से 09:29:00 तक
- रोग- प्रात: 09:29:00 से 10:53:30 तक
4.उद्वेग- प्रात:10:53:30 से 12:18:00 तक
5.चंचल- दोपहर 12:18:00 से 01:42:30 तक
6.लाभ- दोपहर 01:42:30 से 03:07:00 तक (वार वेला निषेध)
7.अमृत- सायं 03:07:00 से 04:31:30 तक
8.काल- सायं 04:31:30 से 05:56 तक (काल वेला निषेध)
चौघड़िया ( रात्रि)
1.लाभ- रात्रि 05:56:00 से 07:31:30 तक(काल वेला निषेध)
2.उद्वेग- रात्रि 07:31:30 से 09:07:00 तक
3.शुभ- रात्रि 09:07:00 से 10:42:30 तक
4.अमृत-रात्रि 10:42:30 से 12:18:00 तक
5.चंचल-रात्रि 12:18:00 से 01:53:30 तक
6.रोग- रात्रि 01:53:30 से 03:29:00 तक
7.काल- रात्रि 03:29:00 से 05:04:30 तक
8.लाभ-रात्रि 05:04:30 से 06:40:00 तक(काल वेला निषेध)
राजगुरु पंडित रामदेव उपाध्याय ( शास्त्री-आचार्य ,ज्योतिष विद्, बी.ए.)
भू.पू. सहायक आचार्य
श्री ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय
श्री डूंगरगढ़
M.N. 9829660721