Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD
HomeFrontDharmikदिनांक 17 मार्च 2023 के पंचांग साथ जानें दशा माता व्रत महत्व...

दिनांक 17 मार्च 2023 के पंचांग साथ जानें दशा माता व्रत महत्व आचार्य राजगुरू पंडित रामदेव उपाध्याय के साथ

Samachargarh AD
Samachargarh AD
Samachargarh AD

दिनांक 17-03-2023 के पंचांग के साथ जाने दशा माता व्रत महत्व आचार्य राजगुरू पंडित रामदेव उपाध्याय के साथ
श्री गणेशाय नम:

तिथि वारं च नक्षत्रं
योगो करणमेव च ।
पंचागं श्रृणुते नित्यं
श्रीगंगा स्नानं फलं लभेत् ।।
शास्त्रों के अनुसार नित्य पंचांग के तिथि, वार, नक्षत्र ,योग ,करण आदि पांच अंगों को सुनने से गंगा स्नान के बराबर फल मिलता है अतः नित्य पंचांग अवश्य सुनना चाहिए।। *आज का पंचांग*

दिनांक- 17/03/2023
श्री डूंगरगढ़
अक्षांश – 28:06
रेखांश – 74:04
पंचांग
विक्रम संवत् – 2079
शक संवत् – 1944
* ऋतु – बसंत
* अयन- उत्तरायण
* मास – चैत्र
* पक्ष- कृष्ण
* तिथि- दशमी दोपहर 14:02 बजे उपरांत एकादशी
* वार- शुक्रवार
* नक्षत्र – उत्तराषाढ रात्रि 26:41 बजे उपरांत श्रवण
* योग- 1 वरियान- 06:54:12 A.M. 2 परिध- 27:36:12 A.M. 3 शिव
* करण- 1 विष्टि (भद्रा)– 14:02:12 P.M.*2 *बव* – 24:35:42 A.M. उपरांत बालव
* चंद्र राशि – धनु प्रातः 10:14 बजे उपरांत मकर
चंद्र बल – मेष, मिथुन, कर्क,सिंह, तुला, वृश्चिक,धनु, कुंभ, मीन प्रातः 10:14 बजे उपरांत मेष,वृषभ, कर्क, सिंह, कन्या, वृश्चिक, धनु, मकर, मीन

सम्वत् नाम – शुभकृत
सूर्योदय – 06:45 A.M. सूर्यास्त- 06:39 P.M.
दिनमान – 11:54
रात्रिमान – 12:06 *शुभ समय* अभिजित मुहूर्त मध्याह्न - 12:18 से 1:06 बजे तक

अशुभ समय
यमगण्ड – सायं 3:00 से 4:30 बजे तक राहुकाल- प्रातः 10:30 से 12:00 बजे तक

*(विशेष- राहुकाल चक्र भारत के दक्षिण संभाग में ही मान्य है दक्षिण संभाग के लोगों को शुभ कार्यो में राहु काल के समय का त्याग करना चाहिए किंतु उत्तर भारत में राहुकाल का समय शुभ कार्यों में त्यागने की आवश्यकता नहीं है । ) **

कालवेला या अर्द्धयाम
1.प्रातः11:12:45 से 12:42:00 बजे तक 2.रात्रि 09:40:30 से 11:11:15 बजे तक

गुलिक काल – प्रातः 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल – पश्चिम दिशा

चौघड़िया ( दिन)
1.चंचल- प्रातः 06:45 से 08:14:15 तक
2.लाभ-प्रातः 08:14:15 से 09:43:30 तक 3.अमृत-प्रातः09:43:30 से 11:12:45 तक (वार वेला निषेध)
4.काल-प्रातः 11:12:45 से 12:42:00 तक (कालवेला निषेध)
5.शुभ- दोपहर 12:42:00 से 02:11:15 तक
6.रोग-दोपहर 02:11:15 से 03:40:30 तक
7.उद्वेग-सायं 03:40:30 से 05:09:45 तक
8.चंचल-सायं 05:09:45 से 06:39 तक

चौघड़िया ( रात्रि)
1.रोग- रात्रि 06:39 से 08:09:45 तक
2.काल-रात्रि 08:09:45 से 09:40:30 तक
3.लाभ-रात्रि 09:40:30 से 11:11:15 तक (कालवेला निषेध)
4.उद्वेग-रात्रि 11:11:15 से 12:42:00 तक
5.शुभ-रात्रि 12:42:00 से 02:12:45 तक
6.अमृत-रात्रि 02:12:45 से 03:43:30 तक
7.चंचल-रात्रि 03:43:30 से 05:14:15 तक
8.रोग-रात्रि 05:14:15 से 06:45 तक

विशेष – दशामाता व्रत
*आज दशा माता अर्थात मां भगवती की विधिपूर्वक पूजा एवं व्रत करके घर की महिलाओं को इस दिन- नल दमयंती की कथा अवश्य सुननी चाहिए। आज के दिन गले में डोरा पहनने से सुख- समृद्धि, शांति, सौभाग्य, धन -संपत्ति आदि की वृद्धि होती है। यदि आपकी जन्म कुंडली या गोचर कुंडली में किसी भी ग्रह की अनिष्टकारक दशा चल रही है तो इस व्रत को श्रद्धा भाव से अवश्य करना चाहिए क्योंकि इस व्रत को श्रद्धा भाव से करने से घर में दु:ख, दरिद्रता का नाश हो जाता है।

राजगुरु पंडित रामदेव उपाध्याय ( शास्त्री-आचार्य ,ज्योतिष विद्, बी.ए.)
भू.पू. सहायक आचार्य
श्री ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय
श्री डूंगरगढ़
M.N. 9829660721

Samachargarh AD
RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!
विज्ञापन