श्री गणेशाय नम:
तिथि वारं च नक्षत्रं
योगो करणमेव च ।
पंचागं श्रृणुते नित्यं
श्रीगंगा स्नानं फलं लभेत् ।।
शास्त्रों के अनुसार नित्य पंचांग के तिथि, वार, नक्षत्र ,योग ,करण आदि पांच अंगों को सुनने से गंगा स्नान के बराबर फल मिलता है अतः नित्य पंचांग अवश्य सुनना चाहिए।। *आज का पंचांग*
दिनांक- 05/02/2023
श्री डूंगरगढ़
अक्षांश – 28:06
रेखांश – 74:04
पंचांग
विक्रम संवत् – 2079
शक संवत् – 1944
* ऋतु – शिशिर
* अयन- उत्तरायण
* मास – माघ
* पक्ष- शुक्ल
* तिथि- पूर्णिमा रात्रि 11:54 बजे उपरांत प्रतिपदा
* वार- रविवार
* नक्षत्र – पुष्य दोपहर 12:08 बजे उपरांत आश्लेषा
* योग- 1 आयुष्मान – 14:36 P.M. उपरांत 2 सौभाग्य-
*करण- * 1 विष्टि (भद्रा) प्रातः 10:39:12 *2 बव- रात्रि 23:54 3 बालव
* चंद्र राशि – कर्क
चंद्र बल – वृषभ, मिथुन, कर्क, कन्या, तुला, वृश्चिक, मकर, कुंभ,मीन
सम्वत् नाम – शुभकृत
सूर्योदय – 07:20 A M. सूर्यास्त – 06:15 P.M.
दिनमान – 10:55
रात्रिमान – 13:05 *शुभ समय* अभिजित मुहूर्त मध्याह्न -12:23:30 बजे से 1:11:30 तक
अशुभ समय
यमगण्ड – दोपहर 12:00 से 1:30 तक राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
*(विशेष- राहुकाल चक्र भारत के दक्षिण संभाग में ही मान्य है दक्षिण संभाग के लोगों को शुभ कार्यो में राहु काल के समय का त्याग करना चाहिए किंतु उत्तर भारत में राहुकाल का समय शुभ कार्यों में त्यागने की आवश्यकता नहीं है । ) **
कालवेला या अर्द्धयाम
1. दोपहर 12:47:30 से 02:09:22 बजे तक
2. रात्रि 02:25:37 से 04:03:45 बजे तक
गुलिक काल – सायं 03:00 से 04:30 बजे तक
दिशा शूल – पश्चिम दिशा
चौघड़िया ( दिन)
1.उद्वेग- प्रातः 07:20 से 08:41:52 तक
2.चंचल-प्रातः 08:41:52 से 10:03:45 तक
3.लाभ-प्रातः10:03:45 से 11:25:37 तक
4.अमृत-प्रातः 11:25:37 से 12:47:30 तक (वारवेला निषेध)
5.काल-दोपहर 12:47:30 से 02:09:22 तक( कालवेला निषेध)
6.शुभ- दोपहर 02:09:22 से 03:31:15 तक
7.रोग-सायं 03:31:15 से 04:53:07 तक
8.उद्वेग-सायं 04:53:07 से 06:15 तक
चौघड़िया ( रात्रि)
1.शुभ-रात्रि 06:15 से 07:53:07 तक
2.अमृत -रात्रि 07:53:07 से 09:31:15 तक
3.चंचल-रात्रि 09:31:15 से 11:09:22 तक
4.रोग-रात्रि11:09:22 से 12:47:30 तक
5.काल-रात्रि 12:47:30 से 02:25:37 तक
6.लाभ-रात्रि 02:25:37 से 04:03:45 तक (कालवेला निषेध)
7.उद्वेग-रात्रि 04:03:45 से 05:41:52 तक
8.शुभ-रात्रि 05:41:52 से 07:20 तक
विशेष-सर्वार्थ सिद्धि योग एवं पूर्णिमा व्रत
राजगुरु पंडित रामदेव उपाध्याय ( शास्त्री-आचार्य ,ज्योतिष विद्, बी.ए.)
भू.पू. सहायक आचार्य
श्री ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय
श्री डूंगरगढ़
M.N. 9829660721