भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में दिल्ली के तंदूर कांड जैसा वीभत्स कृत्य सामने आया है। यहां दरिंदों ने 14 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप किया और फिर हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए उसी के खेत में बनी कोयले की भट्टी में जलाकर राख कर दिया। इस भट्टी कांड का पुलिस ने 10 घंटे के अंदर ही खुलासा करते हुए गैंगरेप और जघन्य हत्याकांड के चार आरोपियों को पुलिस ने देर रात गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में दो सगे भाई है। यह घटना कोटड़ी थाना क्षेत्र के नरसिंहपुरा की है।
पिता ने पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप…
वहीं नाबालिग के साथ गैंगरेप के बाद हत्या कर कोयले की भट्टी में जलाने के मामले में नई जानकारी सामने आई है। पिता ने पुलिस पर आरोप लगाया है। पिता का कहना है कि अगर समय ही कार्रवाई हो जाती तो उनकी बच्ची आज जिंदी होती। उसका शव भी भट्टी में राख में तब्दील नहीं होता। वहीं पुलिस की लापरवाही को लेकर भाजपा की प्रदेश जांच कमेटी ने भी सवालिया निशान लगाए हैं।
परिजनों के बताने पर आधी रात को पहुंची पुलिस…
मृतका के पिता का कहना है कि बुधवार शाम को पुलिस उनकी सुन लेती तो आज यह हालात नहीं बनते। देर शाम तक पुलिस ने रिपोर्ट ही नहीं ली। पुलिस परिजनों को लेकर खेत और कोयले के भट्टों के पास बेटी को तलाशते रहे। उस समय तक भट्टे में आग भी नहीं थी। रात को पुलिस ने सुनवाई नहीं की तो परिजन खेत पर गए। वहां एक भट्टे में आग जल रही थी। आशंका हुई तो वहां तलाशा। वहां पर बच्ची की चप्पल व चांदी का कड़ा मिला। तब पुलिस आधी रात को घटनास्थल पर पहुंची थी।
पिता ने चार महीने पहले किराए पर दिए थे भट्टे…
जानकारी के सामने आया है कि जहां नाबालिग बच्ची से गैंगरेप हुआ बताते है, वह खेत बच्ची के पिता का ही है। चार महीने पहले आरोपियों ने बच्ची के पिता से खेत किराए पर लिया था। खेत पीड़िता के घर से डेढ़ किलोमीटर दूर है। यहां पर कोयला बनाने के लिए पांच भट्टे हैं। उन्हें दो साल से किराए पर चलाया जा रहा था। चार महीने पहले ही खेत में ये भट्टे पीड़िता के पिता ने आरोपियों को किराए पर दिए थे। पिता ने सोचा भी नहीं था, जिन्हें वो भट्टा किराये पर दे रहा है, वही उसके परिवार के दुश्मन बन जाएंगे। चार महीने से यहां कोयला बनाने का काम हो रहा था।
ये है पूरा मामला
भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में घर से बकरियां चराने गईं नाबालिग लड़की शाम तक वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाश शुरू की। बेटी को तलाश करने के लिए परिजन घर से डेढ़ किमी दूर अपने खेत पर भी गए, जिसे पिता ने कालबेलिया लोगों को दो साल से किराये पर दे रखा था। यहां पर कोयला बनानी की पांच भट्टी है। लेकिन, यहां पर भी बच्ची नहीं मिली। इसके बाद घर आ गए। लेकिन, बुधवार देर शाम देखा कि भट्टी जल रही है, जबकि बारिश का मौसम था। ऐसे में परिजनों को शक हुआ और ग्रामीणों के साथ वापस खेत पर पहुंचे। जहां पर बच्ची की चप्पलें मिली। लोगों ने भट्ठी में पानी डाल आग को बुझाया और भट्टी से लड़की का एक अधजला हाथ और चांदी का कड़ा मिला।
पुलिस ने 6 घंटे तक भट्ठी में नाबालिग के शरीर के टुकड़ों को ढूंढा
ग्रामीणों की सूचना पर गुरुवार सुबह एएसपी शाहपुरा किशोरी लाल, कोटड़ी डिप्टी श्यामसुंदर बिश्नोई व थाना प्रभारी खिवराज गुर्जर मौके पर पहुंचे। साथ ही एफएसएल और डॉग स्क्वायड की टीम को भी मौके पर बुलाया गया। पुलिस ने भट्ठी से करीब 300 किलोग्राम से ज्यादा राख व कोयला बाहर निकाला। 6 घंटे तक एक-एक कोयले को छांटकर नाबालिग के शरीर की कई टुकड़ों को ढूंढकर बाहर निकाला गया। पुलिस ने इस मामले में पत्नी, बहन, मां और पिता सहित 10 लोगों को आरोपियों बनाया है। इस पर पुलिस ने पांच आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। इस पर पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।