समाचार-गढ़, 14 अगस्त, श्रीडूंगरगढ़। जाखासर नया में चल रही सप्तदिवसिय श्री शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ का रविवार को समापन हुआ। कथावाचक महाराज बाबूलाल पारीक पुन्दलसर ने इस दौरान कहा कि प्रकृति और पुरुष से परे एक सर्वव्यापक अमृत तत्व है। वही शिव है। महाराज ने श्री शिव महापुराण कथा के समापन दिवस पर कथा सुनाते हुए भक्तों को कर्म योगी बनने की शिक्षा देते हुए कहा कि राजा भगीरथ ने कर्म किया। तभी स्वर्ग की गंगा को धरती पर लाए। गंगा का यह मतलब नहीं कि आपने उसमें स्नान कर लिया और मान लिया कि मेरे सब पाप धुल गए हैं। कथा में बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे और कथा सुनकर भावविभोर हो गए। यह कथा गांव के समस्त ग्रामीणों द्वारा आयोजित करवाई गई।
इस शब्द दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा ज्ञान यज्ञ में सरपंच मालाराम, भूतपूर्व सरपंच गुलाब सिंह, रामचंद्र सियाग, किसनाराम रेवाड़, रेवन्तसिंह, उदयसिंह, भरतसिंह, हरचन्द सियाग, माणिकराम, जगदीश सुनार, हरिराम सुथार, डूंगरराम, सोहनराम, पदमाराम, सांवरमल, सुगनसिंह, भंवरसिंह, प्रकाशदास, मांगीलाल, सीताराम, रूपसिंह, आसाराम सारण सहित समस्त ग्रामीण का सहयोग रहा। बता दें कि इस गांव में शिव मंदिर का निर्माण किया गया है वहाँ मदनलाल सियाग ने भूमि दान की है। इस पुनित कार्य के लिए ग्रामीणों ने दानदाता परिवार का आभार जताया है।
















