
समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़ 21 मार्च। कस्बे में शीतला सप्तमी का पर्व पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। खासतौर पर ग्रामीण इलाकों और परंपरागत परिवारों में इस पर्व को लेकर विशेष आयोजन किए गए। कालू बास स्थित रानी बाजार मार्ग पर शीतला माता मंदिर के पुजारी प्रवीण सेवक ने बताया कि परंपरा के अनुसार सप्तमी की शाम महिलाएं घर में ताजा भोजन बनाकर रखती हैं, क्योंकि अष्टमी के दिन चूल्हा जलाना वर्जित होता है। इस दिन मंदिरों में शीतला माता की विशेष पूजा अर्चना की जाती है, और माता के चरणों में ठंडे पकवान (बासी भोजन) अर्पित किए जाते हैं। इस वर्ष शीतला माता मंदिर में पूजन की पूर्व संध्या पर भव्य जागरण का आयोजन किया गया, जिसमें कलाकारों ने शीतला माता के भजन प्रस्तुत किए। भक्तों ने भजनों का आनंद लिया और श्रद्धा से भक्ति रस में डूब गए। इस जागरण में कस्बे के विभिन्न क्षेत्रों से श्रद्धालु सम्मिलित हुए।
शुक्रवार को महिलाओं ने अपने परिवार की सेहत और समृद्धि के लिए शीतला माता की पूजा की और बासी भोजन का प्रसाद ग्रहण किया। कस्बे में सत्यनारायण सोमानी व महावीर सोमानी के घर पर महिलाओं ने परम्पतरागतत तरीके से शीतला सप्तमी का पर्व मनाया।


