
बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में शिक्षा विभाग के एक मिडिल स्कूल का भवन बदहाली का शिकार है। यह भवन स्टेट बैंक और मुख्य डाकघर के सामने स्थित है, लेकिन वर्षों से बंद पड़ा है। देखरेख के अभाव में यह जगह अब आवारा पशुओं, सुअरों और कुत्तों का अड्डा बन चुकी है। आसपास के लोग भी इसमें कचरा डालने लगे हैं, जिससे स्थिति और भयावह हो गई है।
आसपास के लोगों का जीना हुआ दुश्वार
स्थानीय निवासियों के अनुसार, स्कूल के पास से गुजरते समय लोगों को दुर्गंध के कारण नाक बंद करनी पड़ती है। इस क्षेत्र में स्टेट बैंक और डाकघर जैसे महत्वपूर्ण संस्थान हैं, जहां रोजाना सैकड़ों लोग आते हैं। लेकिन स्कूल भवन की दुर्दशा प्रशासन की उदासीनता को दर्शाती है।
करोड़ों की संपत्ति बेकार पड़ी, शिक्षा विभाग और प्रशासन मौन
यह भवन शिक्षा विभाग के अधीन आता है, जिसकी बाजार कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। लेकिन न तो शिक्षा विभाग और न ही नगर पालिका ने इस ओर कोई ध्यान दिया है। जनप्रतिनिधियों की भी इस मुद्दे पर चुप्पी सवाल खड़े करती है।
एडवोकेट भरत सिंह राठौड़ ने जिला प्रशासन से की कार्रवाई की मांग
इस संबंध में लोक समता समिति के अध्यक्ष एडवोकेट भरत सिंह राठौड़ ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने मांग की है कि यदि शिक्षा विभाग को इस भवन की आवश्यकता नहीं है, तो इसे कब्जे में लेकर कोई समुचित उपयोग किया जाए। उन्होंने राज्य सरकार से भी इसमें हस्तक्षेप कर उचित कार्रवाई करने की अपील की है।