समाचार-गढ़, 3 अक्टूबर 2023। श्रीडूंगरगढ़ कस्बे के दशहरा मैदान में आज किसान महासम्मेलन सम्मन्न हुआ। आयोजन को लेकर पिछले कई दिनों से तैयारियां चल रही थी। सभा स्थल पर सुबह 10 बजे ही किसान जुटने शुरू हो गए थे जो कि दोपहर ढाई बजे तक सभा स्थल पर डटे रहे। परिणाम सकारात्मक निकाला और बड़ी संख्या में गांव-ढाणी से किसान इस महासम्मेलन में शामिल हुए। तोलाराम जाखड़ के नेतृत्व में हुए इस आयोजन में जाखड़ ने अतिथियों का फूलमालाओं व साफा पहनाकर स्वागत सम्मान किया। इस सभा में आने वाले हजारों किसानों का आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम में तहसील अध्यक्ष बजरंगसिंह तंवर, जिला कार्यसमिति सदस्य धन्नेसिंह तंवर, भैराराम जाखड़, अजीतसिंह, रामूराम नैण, शंकरनाथ, सांवरमल सोनी, अनमोल मोदी आदि ने अथितियों का स्वागत किया। आयोजन के दौरान मोमासर उपसरपचं जुगराज संचेती, बापेऊ सरपंच ज्ञानाराम ज्याणी, जैसलसर सरपंच प्रतिनिधि सरजीत जाखड़, ठुकरियासर पूर्व सरपंच प्रतिनिधि ओमनाथ सिद्ध, भाजपा नेता मदनलाल जाखड़, सुनील तावणियां, मदनलाल मेघवाल, पूर्व जिला परिषद सदस्या धाई देवी जाखड़ सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहे। सम्मेलन को किसान संघ प्रांत अध्यक्ष माणकराम पड़िहार, संभाग युवा प्रमुख शंभुसिंह तंवर, युवा पूनम डेलू, जिलाध्यक्ष कैलाश जाजड़ा मौजूद रहे व किसानों को संबोधित भी किया। मंच संचालन विशाल स्वामी ने किया। सभा स्थल पर आये हुए किसानों के लिए पानी, चाय व भोजन की व्यापक व्यवस्था देखने को मिली।
भारतीय किसान संघ के प्रदेशाध्यक्ष दल्लाराम चौधरी किसानों से कहा कि भारत में माँ और किसान को सबसे बड़ा माना गया है परंतु राजनीति ने किसानों को मोहरा बनाकर वोट के लिए इस्तेमाल किया है। किसान अब इस गैर राजनीतिक संगठन से जुडकर इसकी ताकत बने जिससे संघ का संघर्ष सरकार की घोषणाओं को धरातल पर लागू करवाने में सफल हो सकें। इस आयोजन के मुख्य वक्ता व प्रदेश मंत्री तुलछाराम सींवर ने बीमा योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। सींवर ने कहा कि फसल बीमा के नाम पर कई कंपनियों ने भ्रष्ट अधिकारियों के साथ मिलकर मलाई खाई है परंतु अब किसानों को उनका हक मिलना चाहिए।
महासम्मेलन के नेतृत्वकर्ता व आयोजक तोलाराम जाखड़ ने श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में किसानों की समस्याएं उठाई। उन्होंने क्रॉप कटिंग समय पर नहीं होने, क्लेम नहीं मिलने, बिजली नहीं मिलने, डीजल, बीज मंहगे होने, खेती की लागत बढ़ने की समस्याएं उठाते हुए समाधान के लिए ईमानदार सरकारी प्रयासों के लिए संघर्ष करने की बात कही। जाखड़ ने भारतीय किसान संघ के जयकारे लगाते हुए सम्मेलन के बाद सामूहिक रूप से जूलूस के रूप में प्रशासन को ज्ञापन देने के लिए जाने आह्वान किया। मंच से जाखड़ के इस आह्वान के कुछ समय बाद ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए एवं जूलूस निकालने के बजाए मौके पर ही ज्ञापन ले लेने की बात कही। तहसीलदार राजवीरसिंह कड़वासरा व श्रीडूंगरगढ़ थाने के एसआई बलवीर मील सम्मेलन के मंच पर पहुंचे एवं किसान संघ के पदाधिकारियों ने उन्हें ज्ञापन सौंपा।
विभिन्न मांगों को लेकर तहसीलदार को जिला कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन
किसान महासम्मेलन के मंच पर जिला कलेक्टर के नाम दिए गए ज्ञापन में किसान संघ ने जिले के किसानों की मांगों को उठाया। ज्ञापन में बरसात के अभाव में बारानी फसलों के सूख जाने, बिजली कुप्रबंधन के कारण सिचिंत फसलें बर्बाद हो जाने का उल्लेख करते हुए फसल बीमा योजना का वर्ष 2021-22 व 2022-23 का क्लेम तुरंत प्रभाव से करवाने, फसल बीमा में की गई क्रोप कंटीग के आंकड़े सार्वजनिक करने, किसानों को गांरटी उपज एवं क्लेम की जानकारी देने, यूनिवर्सल सैम्पो बीमा कंपनी की 3 वर्ष की आडिट में किसानों के प्रतिनिधि मंडल को शामिल करने, यूनिवर्सल सैम्पों बीमा कंपनी के बीमा क्लेम सेंटलमेंट पूरा नहीं होने तक कम्पनी का बकाया बीमा प्रीमीयम, व सुरक्षा राशी का भुगतान नहीं करने, सबंधित शिकयतों के निवारण के लिए डीजीआरसीटी कमेटी की बैठक जल्द करने, किसानों को बीमा पालीसी का वितरण करवाने, इस वर्ष हुए खराबे का सही आंकलन करवा कर किसानों को बीमा क्लेम एवं आदान अनुदान दिलवाने, की मांग की गई। बिजली के संबध में किसानों को सात घंटे सुचारू बिजली देने, स्वीकृत 33केवी जीएसएसों का निर्माण जल्द पूर्ण करवाने, प्रस्तावित 132 केवी जीएसएस जल्द स्वीकृत करवाने एवं किसानों के जले हुए ट्रांसफारमर तुरंत बदलवाने की मांग की गई है। इसी प्रकार खरीफ फसलों की समर्थन मूल्य पर खरीद तुरंत शुरू करने, किसानों को काआपरेटिव सोसायटी द्वारा 1.5 लाख कर ऋण देने, जिले के नहरी किसानों के लिए रबी की फसल हेतू पूरा पानी देने की मांग की गई है। ज्ञापन पर सैंकड़ों किसानों के भी हस्ताक्षर रहे।