हल्दी को पारंपरिक चिकित्सा में कई प्रकारों से इस्तेमाल किया जाता रहा है। ये शरीर के लिए कई अलग-अलग ढंग से काम करता है और कई बीमारियों से बचाता है।
हल्दी के बिना हम अपने कुछ शानदार पकवानों की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। लेकिन हल्दी सिर्फ एक मसाला नहीं है बल्कि हल्दी की पत्तिया, हल्दी की गांठ और कच्ची हल्दी का जड़ आयुर्वेद में कई रोगों को इलाज है। ऐसा हम नहीं बल्कि, आयुर्वेदिक डॉ. अभय शास्त्री, जीवा आयुष क्लीनिक, लखनऊ का कहना है। डॉ. शास्त्री बताते हैं कि हल्दी हमारे रोज के मासलों में शामिल करने के पीछे कोई परंपरा नहीं है बल्कि इसके पीछे साइंस है। दरअसल, हल्दी में करक्यूमिन (curcumin) होता है जो कि बायोएक्टिव कंपाउंड है। ये एक ऐसा तत्व है जो एक साथ कई प्रकार से काम करता है। जैसे कि कभी एंटीऑक्सीडेंट की तरह तो कभी एंटीइंफ्लेमेटरी जड़ीबूटी की तरह तो कभी एंटीबैक्टीरियल हर्ब के रूप में। इस तरह हल्दी अपने अलग-अलग गुणों के कारण अलग-अलग समस्याओं में इस्तेमाल किया जा सकता है। तो, आइए जानते हैं ऐसी 10 समस्याओं के बारे में जिनमें आप हल्दी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इन 10 समस्याओं में फायदेमंद है हल्दी का सेवन- 10 benefits of turmeric in hindi
- जोड़ों के दर्द में (turmeric for joint pain)
जोड़ों का दर्द अक्सर बहुत से लोगों को परेशान करता है। ऐसे में इस समस्या में हल्दी का सेवन (turmeric benefits) फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, अगर आप कच्ची हल्का का पानी पिएं तो ये ज्यादा प्रभावी होगा। दरअसल, करक्यूमिन एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है और इसलिए ये पुरानी सूजन और जोड़ों के दर्द में असरदार तरीके से काम कर सकती है। इसलिए गठिया जैसी स्थितियों के इलाज में भी हल्दी मदद कर सकती है। - डायबिटीज में (turmeric benefits for diabetes)
डायबिटीज में हल्दी कई परेशानियों को एक साथ कम कर सकती है। जैसे कि पहले तो करक्यूमिन इंसुलिन प्रोडक्शन को एक्टिवेट करती है और शुगर के स्पाइक्स को रोकती है। दूसरा इसके एंटीऑक्सीडेंट्स डायबिटीज न्यूरोपैथी के लक्षणों को रोकते हैं और नसों को हेल्दी रखने में मदद करती है। तीसरा डायबिटीज के मरीजों में कोई भी चोट, घाव या फंगल इंफेक्शन बहुत धीमे-धीमे सही होती है और हल्दी का हीलिंग गुण इसे जल्दी ठीक करने में मदद करती है। - हाई बीपी की समस्या में-Turmeric benefits for high blood pressure
हाई बीपी की समस्या आपको दिल की बीमारियों का शिकार बना सकती है। ऐसे में हल्दी का सेवन दिल के लिए बहुत फायदेमंद है। दरअसल, हल्दी में पाए जाने वाले करक्यूमिन बैड कोलेस्ट्ऱॉल को कम करने में मदद करती है। इसके अलावा हल्दी का पानी इन्हें ब्लड वेसेल्स से चिपने और ब्लॉकेज पैदा करने से रोकती है। इससे आपका ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है, बीपा सही रहता है, दिल पर जोड़ नहीं पड़ता और आप दिल की बीमारियों से बचे रहते हैं। - सर्दी-जुकाम में-Turmeric for cold and cough
सर्दी-जुकाम में हल्दी एक रामबाण इलाज (Haldi ke Fayde) के रूप में काम करती रही है। जी हां, तभी तो हमारी दादी-नानी इस नुस्खे को अपनाती रही हैं। दरअसल, सर्दी-जुकाम में हल्दी का एंटऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण इसे जल्दी से ठीक करने में मदद करती है। इसके अलावा इससे आपके छाती में गर्मी पैदा होती है और बलगम पिघलने लगता है। जिससे बलगम वाली खांसी हो या नाक बह रही हो, हर तरह की समस्या ठीक हो जाती है। - एलर्जी में-Turmeric for allergies
हल्दी का एक खास गुण ये है कि यह एंटीएलर्जिक है। इसलिए तो, एलर्जी होने पर अक्सर लोग काढ़ा पीते हैं जिसमें हल्दी होती है। दरअसल, हल्दी का एंटीबैक्टीरियल और एंटीएलर्जिक गुण एलर्जी को कम करती है और इसके लक्षणों से छुटकारा दिलाती है। - कमजोर इम्यूनिटी में-Turmeric for strong immune system
इम्यूनिटी कमजोर होने पर अक्सर हम लोग बहुत बीमार पड़ते हैं। ऐसे में अक्सर हमें हल्दी वाला दूध पीने और काढ़ा पीने को कहा जाता है, जिसके पीछे सिर्फ एक ही तथ्य होता है कि ये इम्यूनिटी बूस्टर हर्ब है। इसका एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण संक्रामक बैक्टीरिया को रोकता है, इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाती है और बीमारियों से बचाती है। - अल्जाइमर होने पर-Is turmeric good for alzheimer’s disease
अल्जाइमर उम्र बढ़ने से जुड़ी हुई एक बीमारी है। हल्दी आपके मस्तिष्क को अल्जाइमर जैसी सामान्य बीमारियों से बचाने में भी मदद कर सकती है। ये मस्तिष्क-व्युत्पन्न न्यूरोट्रॉफिक कारक (BDNF) के स्तर को बढ़ाती है। दरअसल, यह मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में पाया जाने वाला एक प्रोटीन है जो तंत्रिका कोशिकाओं (न्यूरॉन्स) को स्वस्थ रखने के साथ-साथ तंत्रिका कोशिकाओं के बीच संचार को विनियमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस तरह ये ब्रेन डिजेनरेशन को रोकती है और अल्जाइमर को ठीक करने में मदद करती है। - डिप्रेशन में-Turmeric benefits for depression and anxiety
डिप्रेशन की शुरुआत मूड डिसऑर्डर के साथ शुरू होती है। ऐसे में हल्दी सेवन आपके लिए बहुत फायदेमंद है। दरअसल, ये एंटीडिप्रेशेंट की तरह काम करती है। इसके अलावा इसके बायोएक्टिव गुण दिमाग के काम काज को बेहतर बनाने में मदद करते हैं और मूड को बेहतर बनाते हैं। इससे डिप्रेशन के लक्षण कम होने लगते हैं। - ओरल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं में-Turmeric good for oral health
ओरल हेल्थ से जुड़ी समस्याएं जैसे कि मुंह से बदबू आने पर या फिर दांतों मे कीड़े लग जाने पर हल्दी इन समस्याओं में रामबाण इलाज के रूप में काम कर सकती है। इसका एंटीबैक्टीरियल गुण दांतों मे कीड़े को कम करने में मदद करती है। साथ ही ये मुंह में दुर्गंध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारती है और मुंह की बदबू को कम करती है। - एक्ने और पिगमेंटेशन होने पर-Turmeric benefits for skin
पिगमेंटेशन होने पर हल्दी इसे हल्का करने में आपकी मदद कर सकती है। साथ ही इसका बायोएक्टिव गुण स्किन व्हाइटनिंग (turmeric benefits for skin lightening) में भी मदद करती है। इसके अलावा एक्ने की समस्या में भी हल्दी का इस्तेमाल बहुत ही फायदेमंद है। दरअसल,इसका एंटीबैक्टीरियल गुण एक्ने को कम करती है और फिर चेहरे को साफ रखने और खूबसूरती बढ़ाने में मदद करती है।