श्रीडूंगरगढ़ अंचल में कुदरत के दो रूप, कहीं जमकर बरसाया, कहीं तरसाया, किसान चिंतित
समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़, 1 अगस्त 2024 (गौरीशंकर तावणियां, सातलेरां की रिपोर्ट)।
ईश्वर के अजब निराले रूप आज श्री डूंगरगढ़ अंचल में स्पष्ट नजर आए। एक ओर जहां अंचल के कई गांवों में भारी बरसात हुई, वहीं दूसरी ओर कई गांवों में एक बूंद भी नहीं गिरी।
कई गांवों में भारी बारिश के कारण गलियां जलमग्न हो गईं और बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए। इनमें आडसर, मोमासर, धीरदेसर, कितासर, बिग्गा, सातलेरा, कुंतासर, तोलियासर, ठुकरियासर, बिग्गा बास, रामसरा, सुरजनसर, उदासर, धीरदेसर पुरोहितान आदि शामिल हैं।
इसके विपरीत, नारसीसर, सेरूणा की दिखनादी रोही, देराजसर आदि गांवों में बारिश न होने से किसानों की फसलें जल रही हैं। नारसीसर के किसान शिव सिंह, वेदप्रकाश शर्मा, हेतराम सारस्वत आदि ने बताया कि बारिश के अभाव में फसलें दम तोड़ रही हैं। मोठ की फसल आधे से ज्यादा खराब हो गई है। किसानों ने भगवान से बारिश की अरदास की है।
बारिश होने से सातलेरा की रोही में लहलहा रही फसल।
वेद प्रकाश ने बताया कि बारिश के अभाव में फसलें मुरझा चुकी हैं। अधिकतर खेतों में फसल पनपने से पहले ही जलकर खराब हो गई है। अगर दो-चार दिनों में बारिश नहीं हुई तो बची खुची फसल भी पूर्णतया खराब होने की आशंका है। जिन किसानों की फसल पूर्णतया नष्ट हो चुकी है, वे दुबारा बिजान का इंतजार कर रहे हैं। किसान जल्द से जल्द बारिश की प्रार्थना कर रहे हैं।