सामाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ़- जब शनिवार आधी रात को लोग नाच-गाकर नववर्ष का स्वागत कर रहे थे, बीकानेर जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूर सीमावर्ती क्षेत्र बज्जू उपखंड मुख्यालय पर सैंकड़ों किसान यूरिया के लिए कतार लगाकर खड़े थे। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थी। यूरिया की सूचना पर कस्बे के सदर बाजार से लेकर पुलिस थाना तक 300 मीटर दायरे में 700 से ज्यादा किसान कतारबद्ध खड़े थे। किसान बंशीलाल खीचड़ व हरचंदराम मेघवाल ने बताया कि सर्दी हो या गर्मी, किसान वर्ग को खेतों में हाड़ तोड़ मेहनत करनी पड़ती है। …और जब फसलों को यूरिया देने का समय आता है तब हर बार लंबी लंबी लाइन में लगकर यूरिया लेनी पड़ती है। उसमें भी एक बार लाइन में लगने पर 2 से 4 कट्टे यूरिया मिलती है। कई बार तो लाइन में लगने के बावजूद सैंकड़ों किसान वंचित रह जाते हैं।
चूल्हा-चौका छोड़ महिलाएं भी लाइन में
कस्बे के सदर बाजार में जब यूरिया आने की सूचना मिली तो किसान वर्ग सुबह 3 बजे लाइन में लग गया।बढ़ती भीड़ को देख सुबह 5 बजे से महिलाओं की लाइन लगनी शुरू हो गई। देखते ही देखते दो सौ से ज्यादा महिलाओं की भीड़ जमा हो गई। महिलाओं ने बताया कि पुरुषों की भारी भीड़ के कारण उन्हें चूल्हा-चौका छोड़कर आना पड़ा। कई महिलाओं को तो निराश लौटना पड़ा।
किसान बोले-यूरिया के बिना फसलों को बचाना मुश्किल
किसानों ने बताया कि इस समय खेतों में उगती फसलों को अब यूरिया के बिना बचाना मुश्किल है। बोले- एक तरफ तो सर्दी में खेतों में काम करना पड़ रहा है तो दूसरी तरफ भागकर दुकानों पर यूरिया का इंतजार करना पड़ रहा है। दिनभर यूरिया की दुकानों के आगे भटकते रहते हैं और रात को भी दुकानों के आगे बेठकर यूरिया की गाड़ी का इंतजार करते हैं। ताकि यूरिया आते ही लाइन में लग जाए।
इधर अधिकारी कह रहे-पर्याप्त खाद उपलब्ध
जिले में पर्याप्त खाद उपलब्ध है, लेकिन किसानों को डर है कहीं फिर से कमी नहीं आ जाए। इसलिए भीड़ हो रही है। किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है। यूरिया की कोई कमी नहीं है। जल्द ही बड़ी संख्या में यूरिया की खेप मिलने वाली है।