समाचार गढ़, 4 जुलाई, श्रीडूंगरगढ़। बदलते मौसम के साथ हमारा खानपान भी बदल जाता है। जैसा कि मानसून आ गया है और बरसात के इस मौसम में कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। बरसात के दौरान इंफेक्शन का खतरा अधिक बढ़ जाता है, क्योंकि इस मौसम में नमी और गंदगी के कारण बैक्टीरिया, वायरस और फंगल इंफेक्शन के पनपने का खतरा तेजी से बढ़ जाता है।
इसलिए बरसात के मौसम में कुछ चीजें खाने से बचना चाहिए, नहीं तो आप इंफेक्शन के चपेट में आ सकते हैं और पाचन संबंधी कई दिक्कतें भी हो सकती हैं। इसलिए इस मौसम में कुछ सब्जियों, फलों और फूड के सेवन से बचना चाहिए।
इसके अलावा कोशिश करें कि मौसम में तो खासतौर पर बहार का कुछ न खाएं। इन सभी बातों का ध्यान रखकर बरसात के मौसम में अपनी सेहत का ख्याल रखा जा सकता है। यहां कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताया गया है, जिसे मानसून में खाने बचना चाहिए।
फ्राइड फूड
बरसात के मौसम में नमी अधिक होती है, जिसके फ्राइड फूड हुए खाने से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इस मौसम में वॉक या कई फिजिकल एक्टिविटी भी कम हो जाती है, जिसके कारण पेट में एसिडिटी और गैस की समस्या बढ़ सकती है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
बरसात के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों में बैक्टीरिया के पनपने का खतरा बढ़ जाता है। इन सब्जियों को अच्छी तरह से धोकर, पकाने के बाद भी कई बार बैक्टीरिया रह जाते हैं और जिसके कारण पेट का इंफेक्शन हो सकता है।
दूध और दूध से बने प्रोडक्ट
बरसात के मौसम में दूध से बनी चीजें जल्दी खराब हो जाती हैं। जिसके कारण फूड पॉइजनिंग का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए दूध और दूध से बने उत्पादों से इस मौसम में दूर रहना चाहिए। बरसात के दौरान दही भी खाने से बचें।
सीफूड
बरसात के मौसम में सी फूड खाने से फूड पॉइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि इस मौसम में समुद्री जीवों में बैक्टीरिया और वायरस के फैलने का खतरा भी बढ़ जाता है।
कटे हुए फल
बरसात के मौसम में ज्यादा देर के कटे हुए फल बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए। क्योंकि कटे हुए फल में भी बैक्टीरिया पनप सकते हैं और फल जल्दी खराब हो जाते हैं, ऐसे में कटे हुए फल खाने से पेट की समस्याएं हो सकती हैं।डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।