समाचार गढ़, 30 अगस्त। श्रीडूंगरगढ़ के राउमावि रूपादेवी मोहता में आज से दो दिवसीय ब्लॉक स्तरीय प्राचार्य वाकपीठ संगोष्ठी का शुभारंभ हुआ। इस अवसर पर ताराचंद सारस्वत, विधायक श्रीडूंगरगढ़, रामगोपाल सुथार, अध्यक्ष विश्वकर्मा कौशल विकास बोर्ड, ओम प्रकाश प्रजापत, सीबीईओ, ओमप्रकाश शर्मा, वाकपीठ कार्यकारी अध्यक्ष, सीमा चौधरी, वरिष्ठ प्राचार्य पुन्दलसर और उमाशंकर सारण, प्राचार्य रूपादेवी स्कूल ने माँ शारदे के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
विधायक ताराचंद सारस्वत ने गुरु के समाज में उच्च दर्जे का उल्लेख करते हुए विद्यार्थियों के चारित्रिक विकास पर बल देने का आह्वान किया। रामगोपाल सुथार ने संस्था प्रधान की भूमिका को विद्यालय की धुरी बताते हुए कुशल नेतृत्व का आह्वान किया। सीबीईओ ओमप्रकाश प्रजापत ने सत्रारम्भ वाकपीठ में विभिन्न विभागीय योजनाओं पर प्रकाश डाला और प्राचार्यों के रिक्त पदों को भरने का आग्रह किया।
वाकपीठ सचिव देवीसिंह राजपुरोहित ने स्वागत उद्बोधन दिया। पहले दिन की संगोष्ठी में वार्ताकार बजरंगलाल सेवग ने वित्तीय और लेखा नियमों के साथ अवकाश नियमों की जानकारी दी। एसीबीईओ ईश्वर राम गरुवा ने राजस्थान सिविल सेवा नियमों पर चर्चा की, जबकि अरविन्द ताताण, प्राचार्य धर्मास, ने एस एन ए भुगतान प्रणाली की जानकारी साझा की।
वाकपीठ व्यवस्थापक लक्ष्मीकांत वर्मा ने बताया कि इस दो दिवसीय संगोष्ठी में श्रीडूंगरगढ़ ब्लॉक के 78 राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्राचार्य शिक्षा की उन्नति के लिए चिंतन कर उसका प्रतिवेदन विभाग को भेजेंगे। इस कार्यक्रम का कुशल संचालन रमेश शर्मा द्वारा किया गया, जिसमें रजनीकांत सारस्वत, सुरेन्द्र चुरा और शिव तावणियाँ की उपस्थिति रही।