समाचार-गढ़,श्रीडूंगरगढ़:- राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने बयान से यू-टर्न ले लिया है. उन्होंने पिछले दिनों कहा था कि वे राजनीति के रिटायरमेंट के बाद राजनीति की क्लासें लेंगे. इसके बाद उनके रिटायरमेंट को लेकर कयास लगाए जा रहे थे. वहीं अब उन्होंने कहा है कि अभी वे राजनीति से रिटायरमेंट नहीं लेने वाले हैं. ऐसे में एक बार फिर से राजस्थान की राजनीति में हलचल तेज हो गई है.
उधर, सचिन पायलट पूरी तरह से शांत हैं. उनके समर्थक भी कुछ नहीं बोल रहे हैं. वहीं 23 जनवरी से विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहा है. इसके पहले ही कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे वापस लिए जाने की खबर ने पूरी राजनीति में हलचल तेज कर दी है. इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं.
आखिर क्यों दिया ये बयान
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आखिर क्यों ये बयान दिया. जब गहलोत ने खुद रिटायरमेंट की बात कह दी थी तो अचानक से अब ये बयान क्यों दिया है. क्या अभी कांग्रेस में एक बार फिर से किसी बगावत के संकेत मिल रहे हैं. या आलाकमान की तरफ से अशोक गहलोत को राहत मिली है. भारत जोड़ो यात्रा के जाने के बाद से अशोक गहलोत के समर्थक उत्साहित हैं. वहीं हर दिन अब गहलोत की तरफ से कुछ नए बयान आ रहे हैं. इसके पीछे भी बड़ी रणनीति दिखती है.
बहुत कुछ कह रही पायलट की खामोशी
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की खामोशी बहुत कुछ कह रही है. आखिर उनके समर्थक भी क्यों अचानक से शांत हो गए हैं. राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि इधर बीच जब विधायक इस्तीफे वापस लिएतब भी पायलट और उनके लोगों ने कुछ बयान नहीं दिया है. तो क्या सब कुछ पहले से प्लांड है. या इसके कुछ नए मायने निकाले जाएं. सूत्रों का कहना है कि पायलट गुट भी अपनी प्लानिंग करने में लगा है.