
समाचार गढ़, 7 मई, श्रीडूंगरगढ़। आज शाम जिलेभर में प्रशासन एक विशेष मॉकड्रिल के ज़रिए नागरिक सजगता और आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने जा रहा है। इस अभ्यास के दौरान पूरे इलाके में एक तय समय पर पूर्ण ब्लैकआउट किया जाएगा। हालांकि, ब्लैकआउट का सटीक समय केवल प्रशासनिक कार्मिकों को बताया गया है, जबकि आम नागरिकों को इसके लिए सायरन के ज़रिए सतर्क किया जाएगा।
ग्रामीणों को लाउडस्पीकर से मिलेगी जानकारी
श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में राजस्व ग्रामवार कार्मिकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। हर गांव के मंदिरों में लगे लाउडस्पीकरों से पहले से अनाउंसमेंट करवाई जाएगी और फिर मॉकड्रिल के दौरान सायरन की आवाज प्रसारित की जाएगी। कस्बाई क्षेत्रों में नगरपालिका की जिम्मेदारी तय की गई है, जो अपने कचरा संग्रहण वाहनों में लगे लाउडस्पीकर से सायरन बजवाएगी।
क्या करना होगा सायरन सुनते ही?
पहले सायरन की आवाज सुनते ही नागरिकों को अपने घरों, दुकानों, संस्थानों की सभी लाइटें तुरंत बंद करनी होंगी। यदि कोई वाहन चला रहा हो तो उसे साइड में रोककर वाहन की हेडलाइट्स भी बंद करनी होगी। मोबाइल, टॉर्च, इन्वर्टर या सोलर लाइट—किसी भी प्रकार की रोशनी का इस्तेमाल नहीं करना है। लगभग 15 मिनट के बाद एक लंबा सायरन बजेगा, जो मॉकड्रिल के समाप्त होने का संकेत होगा। इसके बाद नागरिक अपनी सामान्य दिनचर्या में लौट सकते हैं।
सामूहिक जिम्मेदारी और सजगता की अपील
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे बिना किसी डर या घबराहट के इस ड्रिल में हिस्सा लें और निर्देशों का पूरी तरह पालन करें। अधिकारियों का कहना है कि यह अभ्यास हमारी सामूहिक सुरक्षा और जागरूकता के लिए जरूरी है।
क्या आप तैयार हैं आज की इस अनूठी अभ्यास का हिस्सा बनने के लिए?