
समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़, 4 जुलाई 2025।
आज के दौर में जब तकनीक हर कदम पर जीवन का हिस्सा बन चुकी है, तो नई पीढ़ी को इसके साथ तालमेल बैठाना अनिवार्य हो गया है। इसी सोच के साथ एजी मिशन इंटरनेशनल स्कूल ने अपने शिक्षा प्रणाली को पूरी तरह आधुनिक रूप देते हुए विद्यार्थियों के भविष्य को तकनीकी दृष्टि से सशक्त बनाने का बीड़ा उठाया है।
विद्यालय के संचालक डॉ. रजनीश कौशिक ने प्रवेशोत्सव समारोह के दौरान कहा कि— “आज का युग केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रह गया है। विद्यार्थियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, कोडिंग जैसी अत्याधुनिक विधाओं की समझ होना समय की आवश्यकता है। हमारे स्कूल में इन विषयों को परंपरागत शिक्षा के साथ अनिवार्य रूप से शामिल किया गया है।”
डॉ. कौशिक ने बताया कि विद्यालय में वार्षिक व दैनिक शिक्षण योजनाओं को रोचक और नवाचारपूर्ण बनाया गया है, ताकि बच्चे शिक्षा को केवल जिम्मेदारी नहीं, बल्कि आनंद के रूप में अपनाएं। इसके साथ ही बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए खेल, संगीत, नृत्य व अन्य सृजनात्मक गतिविधियों के लिए अलग-अलग कालांश तय किए गए हैं।
विद्यालय की प्रधानाचार्य सुनीता कौशिक ने जानकारी दी कि— “प्री-नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक सभी विषयों का शिक्षण अनुभवी विषय-विशेषज्ञों द्वारा कराया जा रहा है। स्कूल का भवन और कैंपस सुविधाओं से परिपूर्ण है तथा विद्यार्थियों और स्टाफ के लिए विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में सतत विकास की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं।”
विशेष बात यह रही कि स्कूल का कक्षा 10वीं का बोर्ड परीक्षा परिणाम अत्यंत सराहनीय रहा है, जिसमें हर तीसरा छात्र 90% से अधिक अंक प्राप्त कर उत्तीर्ण हुआ। वहीं कॉमर्स संकाय के छात्रों को विषय विशेषज्ञ रमेश तिवाड़ी के निर्देशन में मार्गदर्शन मिल रहा है। कला संकाय में भी गहन अध्ययन और विशेष तैयारी की समुचित व्यवस्थाएं की गई हैं।
अंत में संचालक कौशिक ने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा— “यदि आप चाहते हैं कि आपके बच्चे आधुनिक दुनिया की दौड़ में पीछे ना रहें, तो उन्हें ऐसी शिक्षा दें जो परंपरा की जड़ों से जुड़ी हो और भविष्य की ऊँचाइयों को छूने में समर्थ बनाए। एजी मिशन इंटरनेशनल स्कूल आपके बच्चों के उज्जवल कल की दिशा में एक मजबूत कदम साबित हो सकता है।”