समाचार-गढ़, श्रीडूंगरगढ। छोटे-छोटे नौनिहालों को सुशिक्षित करने, उन्हें सुसंस्कारित करने और देश के भविष्य इन बच्चों को एक सकारात्मक दिशा देने के उद्देश्य के साथ आचार्य महाश्रमण की अनुशासना में तेरापन्थ समाज की संस्था जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा द्वारा ज्ञानशाला उपक्रम का संचालन किया जा रहा है। ऐसे में कस्बे के मालू भवन में साध्वी चरितार्थप्रभा के पावन सान्निध्य में ज्ञानशाला के छात्र-छात्राओं का दीपावली के अवसर पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। साध्वी चरितार्थप्रभा ने अपने उद्बोधन में ज्ञानार्थियों को दीपावली पर बारूद से बनी सामग्री का उपयोग नहीं करने की बात वैज्ञानिक और सामाजिक ढंग से समझाई। समुपस्थित ज्ञानार्थियों ने साध्वी से प्रेरणा लेते हुए दीपावली पर पटाखे नहीं छोड़ने का संकल्प लिया। ज्ञानशाला संयोजक राजू हिरावत ने ज्ञानार्थियों को ईको फ्रेंडली दीपावली मनाने की अपील की। इस दौरान सभाध्यक्ष विजयराज सेठिया, मंत्री पवन सेठिया, संजय झाबक आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
ज्ञानार्थियों ने बनाए सजावटी दीपक, श्रेष्ठ को किया जाएगा पुरूस्कृत
श्रीडूंगरगढ। ज्ञानशाला की व्यवस्थापिका मंजू देवी बोथरा ने बताया कि दीपावली के अवसर पर ज्ञानार्थियों द्वारा मिट्टी के दीपकों को सजाकर लाया गया। जिस पर उनकी हौसला अफजाई करते हुए बेस्ट सजावटी दीपक को पुरस्कृत करने की घोषणा की गई। साथ ही महावीर स्वामी के चित्र की प्रतियोगिता हुई। प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले ज्ञानार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। आयोजित कार्यक्रम में दीपमाला डागा, सज्जनदेवी दुगड़, मधु झाबक, मुख्य प्रशिक्षिका मंजू बोथरा, प्रशिक्षिका प्रेक्षा डागा, साक्षी दुगड़, रचना दुगड़, प्रेक्षा पुगलिया, नीतू बोथरा आदि उपस्थित रही।