
खोया मोबाइल, फिर से मिला – ईमानदारी और जागरूकता की मिसाल बनी श्रीडूंगरगढ़ की यह कहानी
छोटूलाल की मुस्कान लौटी, दुकानदार की ईमानदारी और RTI एक्टिविस्ट की सजगता ने दिलाया मोबाइल
समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़, 27 जून 2025।
कभी-कभी छोटी-सी घटना भी समाज में भरोसे और ईमानदारी की बड़ी मिसाल बन जाती है। श्रीडूंगरगढ़ कस्बे के कालू बस निवासी छोटूलाल पुत्र बजरंगलाल नाई के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। करीब एक महीने पहले चोरी हुआ मोबाइल आखिरकार गुरुवार शाम उसे वापस मिल गया। मोबाइल मिलने की खुशी छोटूलाल के चेहरे पर साफ झलक रही थी।
दरअसल, एक महीने पहले छोटूलाल का मोबाइल उसी क्षेत्र में चोरी हो गया था। चोर ने चालाकी से मोबाइल को स्विच ऑफ कर दिया और उसे बाजार की ‘मरुधर मोबाइल’ दुकान पर ले जाकर स्क्रीन ग्लास लगाने के बहाने दुकानदार को दे दिया। उसने कहा कि 10 मिनट में वापस आकर मोबाइल ले जाएगा, लेकिन फिर कभी नहीं लौटा।
दुकानदार राजेंद्र दाधीच ने आइटेल कंपनी के मोबाइल को संभाल कर अपने पास रख लिया। गुरुवार को जब वह दुकान की सफाई कर रहा था, तो मोबाइल उसकी नजर में आया। राजेंद्र ने मोबाइल को चार्ज में लगाया और जैसे ही फोन ऑन हुआ, उसमें रिंगटोन बजने लगी। उन्होंने कॉल रिसीव की, तो दूसरी ओर से फोन मालिक छोटूलाल थे, जिन्होंने पूरी बात बताई।
सच्चाई की पुष्टि के लिए दुकानदार ने मोबाइल का बिल दिखाने को कहा। छोटूलाल तुरंत दुकान पर पहुंचा, बिल दिखाया और उसे उसका खोया हुआ मोबाइल मिल गया। मोबाइल मिलने पर छोटूलाल ने राजेंद्र का आभार जताया।
इस संपूर्ण प्रक्रिया में RTI एक्टिविस्ट ललित ओड की भी सराहनीय भूमिका रही। उन्होंने मोबाइल मालिक और दुकानदार के बीच संपर्क स्थापित करने में सहयोग किया और समाज में जागरूकता की मिसाल पेश की। ललित ने ईमानदारी से कार्य करने वाले दुकानदार की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे लोग समाज की पूंजी होते हैं।
यह घटना यह साबित करती है कि अगर हर व्यक्ति सजग और ईमानदार बना रहे, तो खोई हुई चीजें भी वापस मिल सकती हैं, और भरोसा फिर से कायम हो सकता है।