समाचार 30 जुलाई 2025। बिजली विभाग की घोर लापरवाही के कारण एक युवक की जान पर बन आई है। ग्रामीणों ने विभाग के प्रति गहरा रोष जताते हुए चेतावनी दी है कि यदि समय रहते विभाग ने सहायता नहीं की तो वे कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे।
मामला उदरासर जीएसएस का है, जहां कार्यरत एक संविदाकर्मी को पोल पर चढ़ाकर फॉल्ट निकालने के लिए कहा गया, लेकिन जब वह काम कर रहा था, उसी दौरान जीएसएस से बिजली चालू कर दी गई। इससे संविदाकर्मी बुरी तरह झुलस गया और तीन दिन से पीबीएम अस्पताल में भर्ती होकर इलाज ले रहा है।
गांव उदरासर निवासी पीड़ित के भाई 38 वर्षीय परमाराम पुत्र हनुमानाराम ब्राह्मण ने विभाग के जेईएन श्रीनारायण शुक्ला व कार्मिक भंवरलाल सहित अधिकारियों की लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया है।
परिवादी ने पुलिस को बताया कि उदरासर जीएसएस पर संविदाकर्मी के रूप में कार्यरत उसके भाई मुन्नीराम को 28 जुलाई को शाम करीब 4:50 बजे जेईएन श्रीनारायण शुक्ला बिजली पोलों पर आए फॉल्ट को निकालने के लिए अपने साथ लेकर गए। अधिकारी ने शटडाउन लेकर रोही जालबसर में एक पोल पर फॉल्ट निकालने के लिए मुन्नीराम को चढ़ाया। मुन्नीराम पोल पर फॉल्ट निकाल रहा था तभी जीएसएस से बिना कोई सूचना दिए उपस्थित कर्मचारी ने लाइन को चालू कर दिया। जिससे मुन्नीराम करंट की चपेट में आ गया और बुरी तरह से घायल होकर नीचे गिर गया।

परिवादी ने बताया कि जेईएन श्रीनारायण शुक्ला उसे उपजिला अस्पताल लेकर आए जहां से बीकानेर रेफर कर दिया गया। पीबीएम में गंभीर अवस्था में इलाज चल रहा है। पीड़ित के भाई ने बताया कि बिजली विभाग की घोर लापरवाही है, बिना कोई सुरक्षा मानक संविदा कार्मिक को जीएसएस से बाहर कार्य करने के लिए मजबूर किया गया। फिर जान की कोई कीमत नहीं समझते हुए लाइन चालू कर दी, जिससे पीड़ित मुन्नीराम 40 फीट ऊपर खंभे से नीचे गिरा और पूरी तरीके से झुलस गया। नीचे गिरने से पीड़ित की रीढ़ की हड्डी में चार जगह जख्म हो गया। पीड़ित मौत और जिंदगी से जूझ रहा है।
पीड़ित मुन्नीराम के एक बूढ़ी मां, पत्नी और दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिनकी उम्र 8 और 6 साल है। पीड़ित के भाई परमाराम ने विभाग से तुरंत सहायता और पत्नी को कोई नौकरी देने की बात कही है, जिससे पूरी जिंदगी बच्चों का लालन पालन हो सके और दोषी कर्मचारी को दंड देने की मांग की है।
ग्रामीणों का चहेता लाडला लगातार तीन दिन से पीबीएम अस्पताल में भर्ती है और ग्रामीण वहां चक्कर लगा रहे हैं। हर किसी का कहना है कि विभाग की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। यदि समय पर विभाग की नींद नहीं खुली तो हम पूरे ग्रामीण कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे।










