समाचार गढ़, श्रीडूंगरगढ़। भाद्र मास के नजदीक आते ही मन मयूर बाबा धाम रामदेवरा की ओर दौड़ने को आतुर रहता है। कहते है कि करुणा पति बाबा रामदेव का जन्म संवत 1461 भादवा सुदी 2 सांय कालीन के समय में राजा अजमल एवं माता मेणादे के पुत्र के रूप में हुआ। उस समय मंदिर में अपने आप घंटियां बजने लगी । घरों के पानी के बर्तनों में रखा हुआ जल दूध में बदल गया । संपूर्ण रास्ते में कुंकुम के छोटे- छोटे पांव बन गए बाबा रामदेव ने अपनी लीला फैलाकर पालने में सोते हुए अपने से कुछ ही क्षण बड़े भाई वीरमदेव के चुटकी भरी। बाबा ने अपने जीवन में अनेकानेक चमत्कार किए हैं।
श्रीडूंगरगढ़ से सर्वप्रथम बाबा की प्रेरणा से राजगुरु पंडित देवीलाल उपाध्याय, अमरचंद पुगलिया, हीरालाल पुगलिया, मूलचंद उपाध्याय, आसाराम नाई आदि 5 भक्तों ने पहली बार श्रीडूंगरगढ़ से रामदेवरा तक पैदल यात्रा आरंभ की उसके बाद निरंतर अब तक श्री डूंगरगढ़ से विभिन्न संघों के रुप में जनसमूह बाबा के दरबार में हर वर्ष भाद्रपद मास में दर्शनार्थ पैदल यात्रा करते हैं। मित्र मंडल संघ राजगुरु पंडित देवीलाल उपाध्याय के नेतृत्व में सन 2006 में श्री डूंगरगढ़ से प्रथम बार मां वैष्णो देवी ( जम्मू कश्मीर) तक लगभग 1050 किलोमीटर की लंबी यात्रा भी संपन्न करके श्री डूंगरगढ़ के इतिहास में अपना एक विशेष स्थान दर्ज करा चुका हैं। इस यात्रा में देव नाथ बलिहारा, नारायण दास स्वामी, सत्यनारायण प्रजापत, पवन कुमार सुथार, प्रवीण सोनी आदि पदयात्री सम्मिलित थे। श्री डूंगरगढ़ के विभिन्न पद यात्री संघ में मित्र मंडल की अपनी एक अलग ही पहचान है। विदित रहे कि संघ मित्र मंडल के व्यवस्थापक राजगुरु पंडित देवी लाल उपाध्याय के नेतृत्व में सन 2007 में श्री डूंगरगढ़ से द्वारिका (गुजरात) लगभग 1285 किलोमीटर की लंबी यात्रा भी कर चुका है। इस यात्रा को संपन्न करने में मात्र 31 दिन का समय लगा। इस पदयात्रा में राजगुरु पंडित देवीलाल उपाध्याय, देवनाथ सिद्ध, नारायणदास स्वामी, सत्यनारायण प्रजापत, पवन कुमार सुथार, शंकरलाल नाई आदि पदयात्री सम्मिलित थे। मित्र मंडल के द्वारिका पदयात्रा के दौरान गुजरात के कच्छ जिले के सुल्तानपुर पहुंचने पर पुलिस कमांडो बुलाकीदास नंदजी सहित श्रीडूंगरगढ़ के नारायण मोट, जामनगर के राजू भाई, दिल्ली के सत्यनारायण बाहेती, कोडामल एंड कंपनी के कैलाश दर्जी आदि ने सभी पदयात्रियों का माल्यार्पण व स्वागत करके श्रीडूंगरगढ़ का मान बढ़ाया।
हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा- मित्र मंडल रामदेवरा पैदल यात्री संघ हर वर्ष श्री डूंगरगढ़ से जुलूस एवं गाजे-बाजे के साथ जब भी रामदेवरा के लिए प्रस्थान करता है तब तब श्री डूंगरगढ़ के समस्त नगरवासी, व्यापारी गण, उनके स्वागत में उत्सुक एवं आतुर रहते हैं। इस दौरान मित्र मंडल पद यात्री संघ का जगह-जगह पर व्यापारी गणों एवं क्षेत्र के नागरिकों के द्वारा अभिनंदन किया जाता है। श्री डूंगरगढ़ के सभी संघों में मित्र मंडल पैदल यात्री संघ अपनी एक अलग ही पहचान रखता है इस क्रम में हर वर्ष जुलूस के विभिन्न नए- नए कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों का ध्यान आकर्षित होता है। सन 2013 में राजगुरु पंडित रेंवतमल उपाध्याय के आर्थिक सौजन्य से तत्कालीन विधायक मंगलाराम गोदारा के कर कमलों द्वारा मित्र मंडल पद यात्रियों के जुलूस के ऊपर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई थी। हर वर्ष मित्र मंडल के जुलूस यात्रा में देश व राज्य के विभिन्न क्षेत्रों के कलाकार अपने लोक नृत्य संगीत आदि अनेक प्रकार के विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों का मन मोहित कर देते हैं। जिन्हें देखने के लिए न केवल समस्त नगरवासी बल्कि श्री डूंगरगढ़ तहसील का बहुसंख्यक जनसमूह उपस्थित रहता है। विदित रहे कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मित्र मंडल पैदल यात्री संघ दिनांक 25 अगस्त 2022 गुरुवार को प्रातः 11:30 बड़े धूमधाम से बाबा रामदेव जी का मंदिर राजकीय चिकित्सालय के पास से रवाना होगा। राजगुरु पंडित देवी लाल उपाध्याय ने बताया कि सभी नागरिकों को अपने जीवन में पैदल यात्रा अवश्य करनी चाहिए क्योंकि वर्तमान समय में स्वास्थ्य लाभ के लिए हमारे चिकित्सक भी पैदल चलने की सलाह देते हैं क्योंकि पैदल चलने से वजन नियंत्रण में रहता है पाचन तंत्र सही रहता है और यदि यह सही रहेंगे तो पूरा शरीर सही रहेगा।