समाचार गढ़, बीकानेर, 8 सितम्बर 2025। पोषक अनाजों के उत्पादन में वृद्धि, मूल्य संवर्धन, मूल्य सवंर्धित उत्पादों के घरेलू उपयोग में वृद्धि आदि के सम्बन्ध में जागरूकता लाने के उदेश्य से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं पोषण मिशन योजना अंतर्गत वाणिज्यिक पौष्टिक अनाज बाजरा फसल का एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आत्मा सभागार में आयोजन हुआ।
संयुक्त निदेशक कृषि कैलाश चौधरी ने किसानों को कहा कि मिलेट्स उगाइये-आय बढा़इये। उद्यान विभाग के सहायक निदेशक मुकेश गहलोत ने किसानों को मोटे अनाजों मुख्यतः बाजरा की अपने खेतों में बुवाई कर क्षेत्रफल व उत्पादन बढाने हेतु प्रोत्साहित किया। राजस्थान के परिपेक्ष्य में खाद्य एवं पौषण सुरक्षा में मोटे अनाजों की भूमिका पर विस्तार से किसानों से परिचर्चा की। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के शस्य वैज्ञानिक डॉ. अमर सिंह गोदारा व डॉ भंवर देवीसिंह नाथावत ने बाजरा उत्पादन की उन्नत तकनीकों, कीट व पौध व्याधि नियंत्रण पर जानकारी दी। एआरओ अशोक कुमार साहू ने पौषक अनाजों के प्रसंस्करण एवं उनसे बनने वाले उत्पादों के बारे में जानकारी दी।
संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) कैलाश चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। उक्त कार्याशाला में 100 से अधिक किसानों के साथ विभागीय अधिकारियों के साथ साथ प्रगतिशील मिलेटस बाजरा से सम्बन्धित स्वयं सहायता समूह प्रतिनिधि ने भाग लिया।
कार्यशाला में विभागीय अधिकारी ममता, महेन्द्र प्रताप, देवेन्द्र सिंह, राजेन्द्र पहाड़िया, रविशंकर, श्रीराम विश्नोई इत्यादि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन कविता गुप्ता ने किया।










