Nature Nature Nature Nature Nature Nature Nature होलाष्टक हुआ प्रारम्भ, जानें होलाष्टक का पौराणिक महत्व के साथ और भी बहुत कुछ - Homepage
Nature Nature Nature Nature Nature Nature Nature

होलाष्टक हुआ प्रारम्भ, जानें होलाष्टक का पौराणिक महत्व के साथ और भी बहुत कुछ

होली का डंडा स्थापित किया जाता है। इन काम को शुरु करने का दिन ही होलाष्टक प्रारम्भ का दिन भी कहा जाता है।

शहरों में यह परंपरा अधिक दिखाई न देती हो, लेकिन ग्रामिण क्षेत्रों में आज भी स्थान-स्थान पर गांव की चौपाल इत्यादि पर ये कार्य संपन्न होता है। गांव में किसी विशेष क्षेत्र या मौहल्ले के चौराहे पर होली पूजन के स्थान को निश्चित किया जाता है। होलाष्टक से लेकर होलिका दहन के दिन तक रोज ही उस स्थान पर कुछ लकडियां डाली जाती हैं। इस प्रकार होलिका दहन के दिन तक यह लकडियों का बहुत बड़ा ढेर तैयार किया जाता है।

शास्त्रों के अनुसार होलाष्टक के समय पर व्रत किया जा सकता है, दान करने से कष्टों से मुक्ति मिलती है। इन दिनों में सामर्थ्य अनुसार वस्त्र, अन्न, धन इत्यादि का दान किया जाना अनुकूल फल देने वाला होता है।

होलाष्टक का पौराणिक महत्व

===================

फाल्गुण शुक्ल अष्टमी से लेकर होलिका दहन अर्थात पूर्णिमा तक होलाष्टक रहता है। इस दिन से मौसम की छटा में बदलाव आना आरम्भ हो जाता है। सर्दियां अलविदा कहने लगती है, और गर्मियों का आगमन होने लगता है। साथ ही वसंत के आगमन की खुशबू फूलों की महक के साथ प्रकृ्ति में बिखरने लगती है। होलाष्टक के विषय में यह माना जाता है कि जब भगवान श्री भोले नाथ ने क्रोध में आकर काम देव को भस्म कर दिया था, तो उस दिन से होलाष्टक की शुरुआत हुई थी।

इस दिन भगवान श्री विष्णु का पूजन किया जाता है। होलाष्टक की एक कथा हरिण्यकश्यपु और प्रह्लाद से संबंध रखती है। होलाष्टक इन्हीं आठ दिनों की एक लम्बी आध्यात्मिक क्रिया का केन्द्र बनता है जो साधक को ज्ञान की परकाष्ठा तक पहुंचाती है।

  • Ashok Pareek

    Related Posts

    भूल जाएंगे भूलना, स्टडी में हुई पुष्टि बढ़ती है याददाश्त, पढ़े कद्दू के बीज के अन्य फायदे

    कद्दू के बीज:कद्दू के बीज आकार में छोटे होते हैं, हालांकि अक्सर इन्हें फेंक दिया जाता है, लेकिन ये पोषण का पावरहाउस हैं। लोग इन बीजों को ‘पेपिटास’ भी कहते…

    शनिवार 27 जुलाई 2024 के पंचांग के साथ देखें चौघड़िया

    पंचांगतिथि:सप्तमी, 21:22 तकनक्षत्र:रेवती, 05:40 तकयोग:धृति, 22:42 तकप्रथम करण:विष्टि, 10:24 तकद्वितिय करण:बावा, 21:22 तकवार:शनिवार अतिरिक्त जानकारीसूर्योदय:05:57सर्यास्त:19:22चन्द्रोदय:23:32चन्द्रास्त:11:59शक सम्वत:1946 क्रोधीअमान्ता महीना:आषाढ़ापूर्णिमांत:श्रावणसूर्य राशि:कर्कचन्द्र राशि:मीनपक्ष:कृष्ण अशुभ मुहूर्त गुलिक काल:05:57 − 07:38यमगण्ड:14:20 − 16:01दूर मुहूर्तम्:14:31 −…

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    भूल जाएंगे भूलना, स्टडी में हुई पुष्टि बढ़ती है याददाश्त, पढ़े कद्दू के बीज के अन्य फायदे

    भूल जाएंगे भूलना, स्टडी में हुई पुष्टि बढ़ती है याददाश्त, पढ़े कद्दू के बीज के अन्य फायदे

    शनिवार 27 जुलाई 2024 के पंचांग के साथ देखें चौघड़िया

    शनिवार 27 जुलाई 2024 के पंचांग के साथ देखें चौघड़िया

    विधायक सारस्वत ने पालिका के विकास की बात सदन में उठाई, पालिका में भ्रष्टाचार में लिप्त कार्मिकों पर ठोस कार्यवाही की रखी पुरजोर मांग

    विधायक सारस्वत ने पालिका के विकास की बात सदन में उठाई, पालिका में भ्रष्टाचार में लिप्त कार्मिकों पर ठोस कार्यवाही की रखी पुरजोर मांग

    क्रेटा गाड़ी के खुले एयर बेग, टला बड़ा हादसा, पढ़े अपडेट खबर

    क्रेटा गाड़ी के खुले एयर बेग, टला बड़ा हादसा, पढ़े अपडेट खबर

    सड़क हादसा। डिवाइडर को चीरते हुए दूसरी साइड पर जा गिरी कार, कार सवार हुए चोटिल

    सड़क हादसा। डिवाइडर को चीरते हुए दूसरी साइड पर जा गिरी कार, कार सवार हुए चोटिल

    गुरुवंदन कार्यक्रम में शिक्षकों का सम्मान, शिक्षक संघ राष्ट्रीय समर्पण भाव से कार्य करने में प्रतिबद्ध- प्रजापत

    गुरुवंदन कार्यक्रम में शिक्षकों का सम्मान, शिक्षक संघ राष्ट्रीय समर्पण भाव से कार्य करने में प्रतिबद्ध- प्रजापत
    Social Media Buttons
    Telegram
    WhatsApp
    error: Content is protected !!
    Verified by MonsterInsights