समाचार गढ़, 4 जनवरी। आजकल की जिंदगी में हमें काम के चक्कर में घंटों बैठे रहना पड़ता है। 9-10 घंटे या कभी-कभी इससे भी ज्यादा समय तक हमें बैठना पड़ता है। हालांकि, देर तक बैठे रहने से सेहत को नुकसान होता है यह हम जानते हैं और इससे बचने के लिए हम एक्सरसाइज भी करते हैं। लेकिन एक स्टडी सामने आई है, जिसके हिसाब से अगर आप दिनभर में 10.5 घंटे से ज्यादा बैठ रहे हैं, तो एक्सरसाइज करने के बावजूद आपकी सेहत को नुकसान हो सकता है और दिल की बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है। आइए जानते हैं इस बारे में।
एक्सरसाइज क्यों है जरूरी?
दिल का स्वास्थ्य- एक्सरसाइज दिल को मजबूत बनाता है, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और दिल की बीमारियों के खतरे को कम करता है।
मोटापा कंट्रोल- नियमित एक्सरसाइज कैलोरी बर्न करने में मदद करता है और मोटापे को रोकता है।
मजबूत हड्डियां और मांसपेशियां- एक्सरसाइज हड्डियों को मजबूत बनाता है और मांसपेशियों को टोन करता है।
मेंटल हेल्थ- एक्सरसाइज तनाव कम करने, नींद की क्वालिटी में सुधार करने और डिप्रेशन के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
फिर भी, ज्यादा देर तक बैठना क्यों है हानिकारक?
मेटाबॉलिक सिंड्रोम- लंबे समय तक बैठने से मेटाबॉलिक रेट कम हो जाता है, जिससे मोटापा, टाइप-2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
दिल की बीमारियां- लंबे समय तक बैठने से ब्लड क्लॉट्स बनने का खतरा बढ़ जाता है, जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक हो सकता है।
कमर और पीठ का दर्द- लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठने से रीढ़ की हड्डी पर दबाव पड़ता है, जिससे कमर और पीठ में दर्द होता है।
मेंटल हेल्थ- लंबे समय तक बैठने से डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी मानसिक परेशानियां हो सकती हैं।
कैसे करें बचाव?
हर आधे घंटे में उठें और थोड़ा चलें- अगर आप लंबे समय तक बैठकर काम करते हैं, तो हर आधे घंटे में उठकर थोड़ा चलें। आप कुछ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी कर सकते हैं।
सीढ़ियां चढ़ें- लिफ्ट के बजाय सीढ़ियां चढ़ने की आदत डालें।
कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी करें
- रोजाना कम से कम 30 मिनट फिजिकल एक्टिविटी करें, जैसे- कि तेज चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना या जिम जाना।
खाने के बाद टहलें- खाने के बाद 15-20 मिनट की टहल लेने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और मेटाबॉलिज्म भी बढ़ता है।
काम करते समय बीच-बीच में ब्रेक लें- अगर आप घर से काम करते हैं तो भी काम करते समय बीच-बीच में ब्रेक लें और थोड़ी देर चलें।
खड़े होकर काम करें- अगर संभव हो तो खड़े होकर काम करें। आप एक खड़े होने वाली डेस्क का इस्तेमाल कर सकते हैं।