तांबे के बर्तन में रखा पानी सेहत का वरदान या ज़हर? जानें सच!

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समाचार गढ़। तांबे के बर्तन में पानी पीने की परंपरा भारत में सदियों से चली आ रही है। आयुर्वेद में इसे सेहत के लिए फायदेमंद बताया गया है। माना जाता है कि तांबे का पानी बैक्टीरिया और विषाक्त तत्वों को नष्ट कर शरीर को कई स्वास्थ्य लाभ देता है।

लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यही पानी कभी-कभी ज़हर भी बन सकता है? क्या ज्यादा समय तक तांबे के बर्तन में रखा पानी स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है? आइए जानते हैं कॉपर टॉक्सिसिटी (Copper Toxicity) से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी और इससे बचाव के उपाय।


तांबे के बर्तन में पानी पीने के चमत्कारी फायदे

आयुर्वेद के अनुसार, तांबे के बर्तन में रखा पानी शरीर के लिए बेहद लाभकारी होता है। यह प्राकृतिक रूप से एंटी-माइक्रोबियल होता है और कई रोगों से बचाने में मदद करता है।

1. पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है

तांबे का पानी गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है।

2. रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाता है

तांबे के पानी में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो शरीर को संक्रमण से बचाते हैं और इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं।

3. त्वचा को चमकदार और स्वस्थ बनाता है

इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण त्वचा की चमक बनाए रखते हैं और झुर्रियों को कम करने में मदद करते हैं।

4. वजन घटाने में मददगार

तांबे का पानी मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, जिससे वजन कम करने में सहायता मिलती है।

5. जोड़ों के दर्द में आराम

तांबे में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करके अर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द से राहत दिलाते हैं।


क्या तांबे के बर्तन में रखा पानी ज़हर बन सकता है?

तांबे के बर्तन में रखा पानी अगर बहुत लंबे समय तक रखा जाए, तो इसमें तांबे की मात्रा अधिक हो सकती है। यह शरीर के लिए Copper Toxicity का कारण बन सकता है, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है।

कॉपर टॉक्सिसिटी के लक्षण

अगर शरीर में तांबे की अधिकता हो जाए, तो कुछ लक्षण दिख सकते हैं—

  • पेट दर्द, मतली और उल्टी
  • सिरदर्द और चक्कर आना
  • लिवर और किडनी को नुकसान
  • मानसिक समस्याएँ जैसे तनाव और डिप्रेशन
  • त्वचा पर रैशेज और खुजली

Copper Toxicity से कैसे बचें?

अगर आप तांबे के बर्तन में पानी पीते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखकर आप इसके दुष्प्रभावों से बच सकते हैं—

पानी को 8-10 घंटे से ज्यादा तांबे के बर्तन में न रखें।

हमेशा शुद्ध तांबे का बर्तन ही इस्तेमाल करें।

संतुलित आहार लें ताकि शरीर में तांबे की मात्रा नियंत्रित रहे।

समय-समय पर शरीर में तांबे की जांच करवाएं।


निष्कर्ष

तांबे के बर्तन में रखा पानी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हो सकता है, लेकिन अगर सही तरीके से न पिया जाए, तो यह नुकसान भी पहुंचा सकता है। इसलिए, अगर आप तांबे का पानी पीते हैं, तो संतुलित मात्रा में और सही तरीके से इसका सेवन करें।

(Disclaimer: यह लेख सिर्फ जानकारी के लिए है। कोई भी स्वास्थ्य संबंधी निर्णय लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।)

  • Ashok Pareek

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