दिनांक 29-09 -2022 के पंचांग के साथ जाने और भी कई खास बातें आचार्य राजगुरू पंडित रामदेव उपाध्याय के साथ
श्री गणेशाय नम:
तिथि वारं च नक्षत्रं
योगो करणमेव च ।
पंचागं श्रृणुते नित्यं
श्रीगंगा स्नानं फलं लभेत् ।।
शास्त्रों के अनुसार नित्य पंचांग के तिथि, वार, नक्षत्र ,योग ,करण आदि पांच अंगों को सुनने से गंगा स्नान के बराबर फल मिलता है अतः नित्य पंचांग अवश्य सुनना चाहिए।। *आज का पंचांग*
दिनांक- 29 / 09/2022
श्री डूंगरगढ़
अक्षांश – 28:06
रेखांश – 74:04
पंचांग
विक्रम संवत् – 2079
शक संवत् – 1944
* ऋतु – शरद
* अयन- दक्षिणायण
* मास – आश्विन
* पक्ष- शुक्ल
* तिथि- चतुर्थी 24:04 A.m.
* वार- गुरुवार
* नक्षत्र – विशाखा29:08A.M.
* योग- विष्कुम्भ 24:46:12A.M. उपरांत प्रीति
* करण-1.वणिज -12.44p.m उपरांत 2.विष्टि (भद्रा)
* चंद्र राशि – तुला रात्रि 11:19 उपरांत वृश्चिक
*चंद्र बल – रात्रि 11:19 तक मेष, वृषभ, मिथुन, सिंह ,कन्या ,तुला ,धनु ,मकर ,कुंभ
सम्वत् नाम – शुभकृत
सूर्योदय – 06:29A.M. सूर्यास्त – 06:19 P.M.
दिनमान – 11:50
रात्रिमान – 12:10 *शुभ समय* अभिजित मुहूर्त मध्याह्न - 12:00 बजे से 12:48 p.m. तक
अशुभ समय
यमगण्ड – प्रातः06:00 बजे से07:30 बजे तक राहुकाल- दोपहर 01:30बजे से 03:00 बजे तक
*(विशेष- राहुकाल चक्र भारत के दक्षिण संभाग में ही मान्य है दक्षिण संभाग के लोगों को शुभ कार्यो में राहु काल के समय का त्याग करना चाहिए किंतु उत्तर भारत में राहुकाल का समय शुभ कार्यों में त्यागने की आवश्यकता नहीं है । ) **
कालवेला या अर्द्धयाम 1. सायं – 03:21:30 बजे से 04:50:15 बजे तक 2.रात्रि – 12:24:15 बजे से 01:55:15 बजे तक
गुलिक काल – प्रातः09:00 बजे से10:30 बजे तक
दिशा शूल – दक्षिण दिशा में
चौघड़िया ( दिन)
1.शुभ-प्रातः 06:29 से 07:57:45 तक
2.रोग-प्रातः 07:57:45 से 09:26:30 तक
3.उद्वेग-प्रातः 09:26:30 से 10:55 :15 तक
4.चंचल- प्रातः10:55:15 से 12:24:00 तक
5.लाभ-दोपहर 12:24:00 से 01:52:45 तक
6.अमृत-दोहर 01:52:45 से 03:21:30 तक
7.काल- दोपहर 03:21:30 से सांय 04:50:15 तक(काल वेला निषेध)
8.शुभ – सांय 04:50:14 से 06:19 बजे तक (वारवेला निषेध)
चौघड़िया ( रात्रि)
1.अमृत – रात्रि 06:19:00 से 07:50:15 तक
2.चंचल -रात्रि 07:50:15 से 09:21:30 तक
3.रोग-रात्रि 09:21:30से10:52 :45 तक
- काल- रात्रि 10:52:45 से 12: 24:00 तक
5.लाभ-रात्रि 12:24:15 से 01:55:15 तक(कालवेला निषेध)
6.उद्वेग – रात्रि 01:55:15 से 03:26:30 तक
7.शुभ-रात्रि 03:26:30 से 04:57:45 तक
8.अमृत- रात्रि 04:57:45 से 06:29:00 तक
विशेष पर्व
शरद नवरात्रि चतुर्थ दिवस मां कुष्मांडा पूजन
राजगुरु पंडित रामदेव उपाध्याय ( शास्त्री-आचार्य ,ज्योतिष विद्, बी.ए.)
भू.पू. सहायक आचार्य
श्री ऋषिकुल संस्कृत विद्यालय
श्री डूंगरगढ़
M.N. 9829660721