
समाचार गढ़, 2 अगस्त, 2024, श्रीडूंगरगढ़। आज से करीबन 12 साल पहले तोलियासर ऐतिहासिक विश्व रक्षक काल भैरव मंदिर में मूर्ति चोरी की घटना हुई थी। इस घटना को लेकर ग्रामीणों ने तहसील मुख्यालय से लेकर जिला स्तर तक बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया था, जिससे यह मामला मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा था। आमरण अनशन और प्रदर्शनों के बाद मामले की जांच आगे बढ़ी और आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। यह मामला सीआईडी सीबी में चला गया और वर्तमान में न्यायालय में विचाराधीन है।
अब फिर उसी आरोपित परिवार के एक सदस्य पर मंदिर में चोरी का आरोप लगा है। इस बार मंदिर की पूजा के समय आरती करने के लिए जिस चांदी के पात्र में घी रखा जाता है, उसे चुराने की घटना सामने आई है। वर्तमान पुजारी और ग्रामीणों द्वारा इस घटना की शिकायत श्रीडूंगरगढ़ पुलिस थाने में लिखित रूप से दी गई है। घटना पूरी तरह से सीसीटीवी में कैद हो गई है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि 1 अगस्त को दोपहर में एक लड़का तेल सिंदूर वाले मंदिर प्रांगण से चांदी के घी पात्र को कपड़े में लपेटकर ले गया। आरोप पूर्व पुजारी के परिजन पर है।
सूत्रों के अनुसार, युवक मंदिर में किसी काम से आया था और जाते वक्त इस घटना को अंजाम देकर चला गया। फिलहाल नामजद आरोपी के खिलाफ पुलिस थाने में शिकायत दी गई है और पुलिस मामले की जांच में जुट चुकी है।
मूर्ति चोरी प्रकरण के बाद उस समय के आरोपित तत्कालीन पुजारियों को हटाकर वैकल्पिक व्यवस्था ग्रामीणों के सहयोग से की गई थी और अस्थाई पुजारी रखे गए हैं। हाई कोर्ट के निर्देश पर जिला कलेक्टर की मॉनिटरिंग में उपखंड अधिकारी को देखरेख का जिम्मा सौंपा गया है। ग्रामीणों की बार-बार शिकायत के बावजूद इस मंदिर में प्रशासन द्वारा सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। ग्रामीणों ने कई बार मंदिर की सुरक्षा के लिए प्रशासन को अवगत करवाया कि यहां किसी निजी कंपनी से सुरक्षा गार्ड या होमगार्ड के जवान तैनात किए जाएं, लेकिन प्रशासन इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इससे ग्रामीणों में नाराजगी है। समय रहते इस मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था के बारे में निर्णय नहीं लिया गया तो कभी प्रशासन के लिए यह भारी पड़ सकता है और कोई बड़ी अनहोनी घटना हो सकती है।