समाचार गढ़, 23 मई, राजस्थान। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने देश की राजधानी दिल्ली में रोड शो करते हुए आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार में डूबी हुई पार्टी है। अरविंद केजरीवाल ने अन्ना हजारे के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन किया था, लेकिन अब वे खुद भ्रष्टाचार के कारण जेल गए।
‘दिल्ली की माता-बहनों को सुरक्षा कैसे मिलेगी’
सीएम शर्मा ने कहा कि आप पार्टी ने मुख्यमंत्री कार्यालय में अपनी ही पार्टी की वरिष्ठ नेता के साथ बदतमीजी की तो दिल्ली की माताओं-बहनों को सुरक्षा कैसे मिलेगी? दिल्ली की जनता भाजपा के पक्ष में वोट डालकर इन पाखंडियों को जवाब देगी। सीएम भजनलाल ने ये बयान उत्तर पश्चिमी दिल्ली सीट पर लोकसभा प्रत्याशी योगेन्द्र चंदोलिया के समर्थन में दिल्ली के रोहिणी में रोड शो करते हुए दिया। सीएम ने आगे कहा कि भारत में पिछले 10 वर्षों में किए गए अभूतपूर्व कार्यों से जनता का मोदी पर पूरी तरह से विश्वास कायम है। मोदी ने गरीब कल्याण, सीमा सुरक्षा, देश का विकास करने और आतंकवाद और नक्सलवाद को मिटाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
‘दिल्ली में 7 सीटें बड़े मार्जिन से जीतेगी बीजेपी’
राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी केवल भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति करती है। इस पार्टी ने केवल परिवारवाद को आगे बढ़ाया है। राहुल गांधी की दादी इंदिरा गांधी से लेकर आज इस पीढ़ी तक गरीबी हटाओ का नारा दिया है, लेकिन इनका गरीब से कोई सरोकार नहीं है। इस देश में गरीब कल्याण के लिए नरेन्द्र मोदी ने जनकल्याणकारी योजनाओं में माध्यम से गरीब की हर संभव मदद की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में सभी 7 सीट भारतीय जनता पार्टी बहुत बड़े मार्जिन के साथ जीतेगी.’ सीएम शर्मा यहीं नहीं रुके. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को भी अपने निशाने पर ले लिया।
‘उनके लिए केवल मुस्लिम तुष्टीकरण सर्वोपरि’
सीएम शर्मा ने एक्स पर लिखा, ‘आखिरकार क्यों ममता बनर्जी मुस्लिम लीग के एजेंडे को आगे बढ़ाना चाहती हैं? मुसलमानों को किसी सर्वेक्षण के बिना ओबीसी प्रमाणपत्र जारी करने की कार्रवाई पर उच्च न्यायालय के स्थगन आदेश का हम स्वागत करते है। ममता ने अब पूरे देश के सामने साबित कर दिया है कि उनकी सरकार पक्षपातपूर्ण है, वह तुष्टीकरण की राजनीति करती है और पिछड़े समुदायों के हितों के विरुद्ध है। उच्च न्यायालय के आदेश का अनादर करने की ममता बनर्जी की घोषणा न्यायिक अवमानना है, जो अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है. यह साबित करता है कि उन्हें लोकतंत्र की गरिमा और कानून की गरिमा का सम्मान नहीं है. उनके लिए केवल मुस्लिम तुष्टीकरण सर्वोपरि है।
‘मुस्लिम वोट बैंक को खुश करना प्राथमिकता’
सीएम ने आगे लिखा, ‘माननीय न्यायालय ने 2010 से 2024 तक पश्चिम बंगाल में मुसलमानों को जारी किए गए सभी ओबीसी प्रमाणपत्रों को भी रद्द कर दिया है। ये दोनों फैसले दर्शाते हैं कि ममता बनर्जी की सरकार गैर-संवैधानिक रूप से तुष्टीकरण की राजनीति को आगे बढ़ा रही थी। कुल मिलाकर, स्पष्ट है कि ममता बनर्जी के लिए मुस्लिम वोट बैंक को खुश करना और मुस्लिम लीग के एजेंडे को आगे बढ़ाना ही उनकी शीर्ष प्राथमिकता है।